लोकसभामे विपक्षक नेता आ कांग्रेस नेता राहुल गांधीक अमेरिकामे आरक्षण पर देल गेल बयान पर भाजपा आ कांग्रेसक बीच वाकयुद्ध चलि रहल अछि।
एक दिसि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह राहुल गांधी पर निशाना साधैत कहलनि जे जाधरि भाजपा अछि, कियो आरक्षण केर छूबि नहिं सकैत अछि आ देशक एकतासँ कियो नहिं खेलि सकैत अछि। दोसर दिसि ओतहि कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर राहुल गाँधीक बयानक बचाव कयलनि।
ओ कहलनि जे राहुल गाँधी सदैव एकता आ समानताक पक्षमे ठाढ़ रहल छथि, जखनि कि भाजपा आ ओकर वैचारिक गुरु सभ एकर विपरीत काज कयलनि अछि। राहुल गाँधी एखनि अमेरिकामे छथि, जतय ओ भारतीय समुदायक सदस्य आ अमेरिकी नेतासँ बातचीत कऽ रहल छथि।
कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखलनि, “राष्ट्रीय हित आ आरक्षणक उपदेश देबयवलाकेँ सभसँ पहिने सामाजिक न्यायक विरोध करयवाला आरएसएसक अपन ट्रैक रिकॉर्डकेँ देखबाक चाही। जखनि कि भाजपा आ ओकर वैचारिक गुरु सभ एकर विपरीत काज कयलक अछि। राष्ट्रकेँ विभाजित करब आ हाशिया पर पड़ल समुदायक संग विश्वासघात कयल जा रहल अछि। देश जनैत अछि जे भारतक प्रगतिमे के बाधा उत्पन्न कऽ रहल अछि।”
एहिसँ पहिने केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह एक्स पोस्टमे लिखने छलाह, “राहुल गाँधी आ कांग्रेस पार्टीक आदत बनि गेल अछि जे राष्ट्रविरोधी गप्प करैत अछि आ देशकेँ तोड़यवला ताकतक सङ्ग ठाढ़ रहैत अछि। चाहे ओ जम्मू-कश्मीरमे जेकेएनसीक देश-विरोधी आ आरक्षण विरोधी एजेण्डाक समर्थन करब होय, वा विदेशी मंचपर भारतक विरुद्ध गप्प करब होय, राहुल गाँधी सदैव देशक सुरक्षा आ भावनाकेँ आहत कयलनि अछि। भाषासँ भाषा, क्षेत्रसँ क्षेत्र आ धर्मसँ धर्मक भेदभावक विषयमे गप्प करब राहुल गाँधीक विभाजनकारी सोचकेँ देखबैत अछि।”
ओ आगू लिखलनि, “राहुल गांधी एक बेर फेर ई कहि कांग्रेसक आरक्षण विरोधी चेहरा देशक सोझाँ अनलनि अछि जे देशसँ आरक्षण समाप्त कयल जायत। मोनमे पड़ल विचार आ सोच कोनो ने कोनो माध्यमसँ बाहर आबिये जाइत अछि। हम राहुल गांधीकेँ कहय चाहैत छी जे जाधरि भाजपा अछि, आरक्षण केर कियो छूबि नहिं सकैत अछि आ देशक एकताक संग कियो खेलवाड़ नहिं कऽ सकैछ।”
एहिसँ पहिने मंगलदिन वाशिंगटन डीसीक जॉर्जटाउन विश्वविद्यालयक एकटा छात्र हुनका पूछलकनि जे की जाति आधारित आरक्षणक आलावा जमीनी स्तर पर संस्थानकेँ मजबूत करबाक कोनो आर नीक तरीका अछि। जाहि पर राहुल गांधी कहने छलाह, “हम आरक्षण समाप्त करबाक विचार तखने करब जखनि भारतमे निष्पक्षता होयत। एहि तरहसँ इ एकटा समस्या अछि।”