प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कन्याकुमारीमे छथि। ओ एतय विवेकानन्द स्मारकमे तीन दिन धरि ध्यान कयलनि। कांग्रेसक राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे एहि पर प्रतिक्रिया देलनि अछि। ओ कहलनि, “राजनीतिमे धर्मकेँ नहिं आनल जेबाक चाही। राजनीति आ धर्म अलग-अलग चीज अछि। कन्याकुमारीमे पीएम मोदी कोन नाटक कऽ रहल छथि, ओतय लगभग १० हजार लोक अछि। ई देशक पाइक बर्बादी अछि। देशमे आचार संहिता लागू अछि। लागत के वहन करत ? जँ अहाँकेँ एतेक आस्था अछि तखन अहाँ ई काज अपन घरमे करू। अपन जेबसँ खर्च उठाउ।”
पीएम मोदीक ध्यानक काल्हि दोसर दिन छल। ओ भोरमे सूर्योदयक समय सूर्यकेँ अर्घ्य अर्पित कयलनि। पीएम मोदीक ध्यानक एकटा वीडियो सामने आयल अछि, वीडियोमे पीएम मोदी भगवा कुर्ता आ गमछामे देखल जा रहल छथि। ओ स्वामी विवेकानन्दक प्रतिमाक सोझाँ बैसि ध्यान कऽ रहल छथि। हुनक हाथमे माला अछि आ ओमक आवाज गूँजि रहल अछि। एहि ध्यान मंडपमक विशेष बात ई अछि जे ई ओ स्थान अछि जतय स्वामी विवेकानन्द देशक भ्रमणक बाद तीन दिन धरि तपस्या कयलनि। एतय ओ विकसित भारतक सपना देखलनि। मान्यता अछि जे देवी पार्वती एहि स्थान पर एक पैर पर ठाढ़ भऽ साधना कयलनि।
प्रधानमंत्री मोदी बृहस्पतिकेँ कन्याकुमारी पहुँचलाह। प्रधानमंत्री दक्षिण भारतक पारम्परिक परिधानमे धोती पहिरने देखल गेलाह। ओ उज्जर रंगक शॉल पहिरने छलाह। कन्याकुमारी पहुँचलाक बाद ओ भगवती अम्मन मन्दिरमे पूजा अर्चना कयलनि। बतबैत चली जे आम चुनावक प्रचार खतम भेला के बाद पीएम मोदी हर बेर आध्यात्मिक यात्रा पर चलि जाइत छथि आ २०१९ केर चुनाव अभियानक बाद ओ केदारनाथ गेलाह आ साल २०१४ मे शिवाजी महाराजसँ जुड़ल प्रतापगढ़ गेलाह।
पीएम मोदी पर निशाना साधबाक अतिरिक्त ओ कहलनि जे आरक्षण छीनबाक कोनो सवाल नहिं अछि। अनुसूचित जाति आ अनुसूचित जनजाति समुदायक लोककेँ ओकर जनसंख्याक हिसाबसँ आरक्षण देल जेबाक चाही। आगू, ओ कहलनि जे पीएम मोदी गुजरातसँ छथि। गुजरातक व्यक्ति कहैत अछि जे हम महात्मा गाँधीकेँ नहिं जानैत छी, तखन हम की कहू ? आरएसएसक सदस्यक रूपमे अहाँ हुनकर विचारधारा आ सिद्धान्तक प्रचार कयलहुँ मुदा महात्मा गाँधीक नहि। अहां 13 साल तक सीएम छलहुं आ आब प्रधानमंत्री छी।