नवी मुंबईक नेरूल स्थित बिहार मित्र मंडल (डाॅ. राजेन्द्र प्रसाद भवन) परिसरमे मिथिलाक लोक संस्कृतिक पाबनि सामा-चकेबाक मधुर स्मृतिमे समाजसेविका इन्दू झाक मार्गदर्शनमे प्रीति-भोजक आयोजन कयल गेल। जनतब दी जे कार्तिक महीनामे मनाओल जायवला ई पाबनि सामा-चकेबा भाय-बहिनक अद्भुत स्नेहक पाबनि थिक। हालहिमे मिथिला समेत देशक अन्य भागमे सामा-चकेबा मनाओल गेल। एहि पाबनिक स्मृतिमे नवी मुंबईमे रहनिहारि मिथिलानी इन्दू झाक नेतृत्वमे सामा-चकेबा विग्रहक संग एकत्रित भेलीह। जाहिठाम मिथिलाक प्राचीन संस्कृति आ परंपरा केर जीवंत प्रतीक सामा-चकेबाक उत्सव मैथिल समाजक मध्य अपन लोककला आ स्नेहक भाव देखबामे आओल।
ई पाबनि विशेष रूपें भाई-बहिनक प्रेमक संबंधकेँ सुदृढ़ करबाक हेतु मनाओल जाएत अछि, जतए सामा आ चकेबा केर कथा एक-दोसरा लेल समर्पण आ त्यागक प्रेरणा दैत अछि। बिहार मित्र मंडल, नेरूल, नवी मुम्बई केर आयोजन मैथिल परिवारक संग सामा-चकेबाक मधुरमय स्मृतिक आयोजन अपन परंपराक संरक्षण करबाक बोध करेलक। एहि आयोजनसँ लोकक हृदयमे अपन संस्कृति तथा एकताक भावना नव स्फूर्ति प्रदान कयलक। नवी मुंबईमे पहिल बेरि समाजसेविका इन्दू झा द्वारा सामा-चकेबाक स्मृतिक रूपमे सार्वजनिक तथा मिथिलाक रीति-रिवाजक मुताबिक विलक्षण आयोजन कयल गेल। विपुल संख्यामे मातृ शक्ति उत्साहक संग प्रतिकात्मक सामा-चकेबा मनेलनि।
एहि अवसर पर विपुल संख्यामे मातृशक्ति उपस्थित भेलीह जाहिमे विमल जयनारायण झा, इन्दू झा, उषा शिवानंद मिश्र, रेखा ठाकुर, पूजा मिश्र, अनामिका मदनमोहन झा, रानी संजीत मिश्र समेत प्रेमचन्द्र झा (प्रेमजी), राजकुमार झा, भारतेन्दु विमल झा, आलोक झा, अवधेश मिश्र, शिवानंद मिश्र, प्रकाश झा, बाल गोविन्द मिश्र, मुरारी ठाकुर, इन्द्रकान्त झा, राजन झा आदि अनन्य महानुभाव उपस्थित छलाह। एहेन तरहक आयोजनसँ मैथिल समाजक प्राचीन परंपरा मजगूत होइत छैक।
हमरा सभक मिथिलाक संस्कृतिक गौरव सदिखन जीवित रहय तथा एहेन परंपरा अगिला पीढ़ी धरि बनल रहय एहि संकल्पक संग स्मृति स्वरूप मनाओल गेल आयोजनक समापन भेल। समापनक उपरांत प्रीति-भोजक आयोजन कयल गेल।