महाशिवरात्रिक अवसर पर बाबा बैद्यनाथ मधुबनीक पंडौल प्रखण्डक भगवतीपुरमे स्थित भुवनेश्वरनाथ महादेव स्थानमे दर्शन होयत । हर साल भोरसँ बाबा बैद्यनाथक दर्शन आ पूजा करबाक लेल लोकक भीड़ उमड़ैत अछि। मान्यताक अनुसार सरिसब पाहीक प्रसिद्ध विद्वान प्रसिद्ध अयाची मिश्र पंडित भवनाथ मिश्रकेँ कोनो संतान नहि होयत छल। पं. अयाची मिश्र संतान प्राप्तिक इच्छासँ देवघरमे बाबा बैद्यनाथक दरबार पहुँचलाह। हुनक भक्ति आ हठयोग देखि भगवान शिव हुनका स्वप्नमे कहलनि जे घर जाउ, हम स्वयं अहाँक पुत्रक रूपमे जन्म लेब। मुदा मोन राखू जे भविष्यमे अहाँक वंशक कोनो व्यक्ति एतय पूजा अर्चना करबाक लेल नहि अयताह। एहि पर पं. अयाची मिश्र कहलनि जे तखन हुनक वंशज हुनक पूजा कोना करत। भगवान शिव कहने छलाह जे हर साल महाशिवरात्रिक दिन ओ पंडौलक भगवतीपुरमे स्थित भुवनेश्वरनाथ महादेव स्थान पर अयताह। तखन सं, हर साल पं. अयाची मिश्रक वंशज भगवतीपुरमे बाबा बैद्यनाथक दर्शन आ पूजा करैत छथि। एहि दिन एतय एकटा विशेष कार्यक्रमक आयोजन कयल जाइत अछि। स्थानीय पूजा समिति द्वारा सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथाक आयोजन कयल जाइत अछि, संगहि मेलाक आयोजन कयल जाइत अछि। महाशिवरात्रिक अवसर पर शिव शोभायात्राक झांकी निकालल जाइत अछि आ रातिमे शिव पार्वती विवाहक आयोजन कयल जाइत अछि। भुवनेश्वर नाथ महादेव मन्दिरक पुजारी पंडित पीताम्बर ठाकुर कहैत छथि जे भुवनेश्वर नाथ महादेव मन्दिरक इतिहास पण्डित अयाची मिश्रसँ जुड़ल अछि।
महाशिवरात्रिक अवसर पर भुवनेश्वर नाथ १.३५ बजे शिवालयमे विराजमान रहैत छथि। पंडित अयाची मिश्रक वंशज एतय देवघर जयबाक बदला पूजा अर्चना करबाक लेल अबैत छथि। महाशिवरात्रिक अवसर पर महाशिवरात्रिक दिन अयाची मिश्रक डीह पर स्थित शंकर अयाची मन्दिर आ किछु दूरी पर स्थित भगवान कृष्णक जेठ भाइ शेषनाग अवतार बलराम द्वारा स्थापित सिद्धेश्वरनाथ महादेव मन्दिरमे सेहो सैकड़ों श्रद्धालु पूजा करैत छथि। एहि अवसर पर मन्दिरसभकेँ विशेष रूपसँ सजाओल गेल अछि। महाशिवरात्रिक राति भव्य शिव विवाह समारोह आयोजित कयल जाइत अछि। नवटोलक कल्याणेश्वरनाथ महादेव, विक्रमपुर बलियामे भैरव बाबा, नवहथमे जटेश्वरनाथ महादेव, नरपतिनगरक कर्णकेश्वर नाथ महादेव सहित प्रखण्डक सभ छोट-पैघ शिवालय विशेष रूपसँ सजाओल गेल अछि।