राहुल गांधीक आगामी १४ जनवरीसँ ‘भारत न्याय यात्रा’ घोषित भेल अछि। एहि परिप्रेक्ष्यमे ज्योतिर्विद अजय नाथ झा शास्त्री मैपुप्र केर अपन विचार प्रेषित कयलनि। शास्त्री कहैत छथि :-
“ओना तथाकथित प्रगतिवादी युगक प्रगतिवादी विचारधाराक लोक ज्योतिष, मुहूर्त आदि केर नहिं मानैत छथि, तकर अनेक कारण सभ छैक। मुदा मानलाह नहिं मानलाहसँ जे छैक से बदलि थोड़बे जयतैक। जँ विकल्प रहय, संभावना रहय तऽ एक-दू दिन आगू-पाछू करयमे की दिक्कत ?
घोषणा भेल जे १४ जनवरीसँ राहुल गांधी ‘भारत न्याय यात्रा’ शुरू कय रहल छथि। जँ अधिक नहिं, प्रारंभिके किछुओ दिनक किछु शुभता देखब तऽ ई दिन मासांत अछि, कहल जाइत छैक जे मासांत, संक्रान्ति आ मासादि कोनो विशेष काज आरम्भ करयमे वर्ज्य करी। धनुर्मास से चलि रहल छैक।
मुदा मात्र तीनियें दिनक बाद अर्थात १७ जनवरीसँ जँ ई यात्रा शुरू होइत अछि, तऽ कतेक किछु बदलि जायत, से देखू। धनुर्मास समाप्त भऽ गेल रहतै। मासांत, संक्रान्ति आ मासादि सेहो बीत गेल रहतै। पवित्र सौरमास माघ शुरु भऽ गेल रहत। संगहि संग एहि दिन गुरु गोविन्द सिंह जयंती सेहो छैक, तऽ एकटा संदेश सर्वत्र सेहो जयतैक, विशेष रूपसँ बिहार आ पंजाबमे किछु अधिके।”