कोसी नदीक जलस्तर सुपौलमे बढ़ल, बैराजक २१ फाटक खुलल, लगातार बढ़ि रहल डिस्चार्ज
सुपौल
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एक दिसि बिहारमे मानसून दस्तक देलक अछि, दोसर दिस नेपालक पहाड़ी क्षेत्रमे पिछला किछु दिनसँ रूकि-रूकि कऽ लगातार बरखा भऽ रहल अछि। बरखाक कारण कोसी नदीमे पानिक प्रवाह बढ़ि गेल अछि।
बिहारक सुपौलमे कोसी नदीक जलस्तर तेजीसँ बढ़य लागल अछि। बुध (२६ जून) केर भोरसँ कोसी नदीक बैराजसँ निकलय वाला डिस्चार्ज बढ़ैत क्रममे दर्ज कयल जा रहल अछि, बृहस्पति (२७ जून) केँ भोर आठ बजे तक डिस्चार्ज लेवल एक लाख ४८ हजार क्यूसेक दर्ज कयल गेल अछि। पानिक बढ़ैत दबावकेँ देखैत बैराज प्रशासन द्वारा ५६ मेसँ २१टा फाटक खोलि देल गेल अछि।
ओना, प्रशासन द्वारा स्थितिपर पूरा नजरि राखल जा रहल अछि। बतबैत चली जे एक दिसि जतय बिहारमे मानसून दस्तक देलक अछि, दोसर दिसि नेपालक पहाड़ी क्षेत्रमे सेहो पिछला किछु दिनसँ रूकि-रूकि कऽ लगातार बरखा भेल अछि। बरखाक कारण कोसी नदीमे पानिक प्रवाह बढ़ि गेल अछि। नदीक जलस्तर तेजीसँ बढ़ि रहल अछि।
उल्लेखनीय अछि जे प्रत्येक वर्ष बरसातक मौसममे कोसीक क्षेत्रमे रहनिहार लोकक लेल समस्या होइत अछि। हर साल निचला क्षेत्रमे बाढ़िक खतरा रहैत अछि। किसानक फसल डूबि जाइत अछि। एहि बेर सेहो भेल। एहिसँ किसानसभकेँ बहुत नोकसान भेल अछि। किसानक मेहनत बर्बाद भए गेल अछि। किसानसभक अनुसार, लगभग २०० एकड़मे रोपल मूंग आ मक्काक फसिल पूर्ण रूपसँ जलमग्न भऽ गेल अछि।
दोसर दिसि, प्रशासन आ स्थानीय लोक कोनो सम्भावित खतरासँ निपटबाक लेल तैयार अछि। मुदा, एहि समय किछु खतरनाक नहिं अछि। ई निश्चित अछि जे अचानक पानि अयलासँ किसानसभकेँ बहुत नोकसान भेल अछि। दोसर दिसि लोकमे इहो आक्रोश अछि जे एखन धरि नाव आदिक व्यवस्था नहिं कयल गेल अछि।