राजनीतिमे बदलाव, राजनेतामे बदलाव संगहि मतदातामे बदलाव, समयक मांग त’ छैक मुदा एक्कहि बेर एतेक रास बदलाव, कखनहुँ काल अधलाह सिद्ध भ’ जाइत अछि आ एखन इएह प्रतीत भ’ रहल अछि। जौं हम सभ, अप्पन राजनेताक चुनावी भाषण पर गौर करी त’ प्रतीत होइत अछि कि, भारतक राजनीतिकमे भाषाक एतेक निम्न स्तर, आई धरि नहि सुनल गेल छल। हर चुनावमे राजनेताक भाषण, राजनीतिक विमर्शके पतनक नव – नव कीर्तिमान रचलक अछि। भाषण देबाक क्रममे राजनेता, आड़ि – धूर सेहो नहि देखैत, जे मन मे आयल से बकि दैत छथि। एखन प्रदेशमे विधानसभा चुनाव के देखैत किछु एहेने सन भाषणबाजी शुरू अछि, जाहिमे हर दलक नेता अप्पन सहभागिता बढ़ि चढ़ि क’ द’ रहल छथि। घोषणा पहिनहुँ होइत छलैक, मुदा पहिलुक नेता, किछु घोषणा करएसँ पूर्व अप्पन स्थिति, सरकारक स्थिति आ आम जनमानसक परिस्थिति पर गंभीर चिंतन मनन करैत छलाह। मुदा आब समय बदलि गेल अछि, डिजीटल युग अछि आ शॉर्टकट माध्यम, अनेको प्रयोगसँ सफल सिद्ध भेल अछि त’ कियो किनको सँ कम किएक रहत ! ओना त’ डपोरशंखी घोषणा के श्रेय दिल्लीक पूर्व मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के देल जाइत अछि, मुदा एकर जनक प्रधानमंत्री मोदी स्वयं छथि। किएक त’ कियो कतबो घोषणा करए, हजार, लाख आ करोड़ धरि जाइत – जाइत स्वयं असहज भ’ जाइत छथि, मुदा पीएम मोदीक घोषणा त’ हजार लाख करोड़ सँ शुरुए होइत अछि। सभक घोषणा में अंतर रहबाको चाही, आखिर मोदीजी देशक प्रधानमंत्री छथि, त’ घोषणा सेहो एहेने होय, जे प्रधानमंत्री पदक गरिमा राखए आ लोकक मरजाद सेहो रहए। गुजरात सँ शुरू भेल ई घोषणाक यात्रा आब दिल्ली, मध्यप्रदेश, पंजाब, आ महाराष्ट्र होइत – होइत बिहार धरि पहुँचल अछि। आब बिहार में सेहो घोषणाक अंबार लागल अछि, योजनाक भंडार भरल अछि। हर दल अपना हिसाबेँ जनताकेँ अपना पक्षमे करबाक प्रयास क’ रहल अछि। कांग्रेस पार्टी आ प्रमुख विपक्षी दल राजद सेहो अनेको योजना आ रोजगारक भरोसा के संग मैदान में अछि त’ किछु एहनो नव – नव दल अछि जे, मात्र घोषणापत्र जारी करैत किछु सीट पर प्रत्याशी द’ भांज पुरैत अछि। जनसुराजक सर्वेसर्वा प्रशांत किशोर सेहो अप्पन वृहत योजनाक संग ताल ठोकि रहल छथि। रोजगार पलायन, जनसुराजक प्रमुख विषय अछि, जाहि पर आम जनमानस सेहो लहालोट भेल अछि। वाम दलक अस्तित्व आब, महागठबंधन में रहि दू – चारि सीट धरि सिमित रहि गेल अछि त’ एआईएमआईएम के मुखिया, स्वयं उघार भ’ दोसरकेँ उघार करबाक प्रयास में अफसियांत छथि। एनडीए के किछु घटक दल, कोनो तरहक घोषणा करबाक स्थितिमे नहि अछि, तैं चुप्पे रहब उचित बुझैत अछि। किएक त’ एनडीए में बेसी बजक्कर नेताक कोनो स्थान नहि छैक, आ एहि तरहक नेताक एनडीए सँ बाहर रहि राजनीति करब, सेहो आसान नहि छैक। उदहारण लेल अकाली दल, लोजपा, शिवसेना (उभाठा), टीडीपी, आ पीडीपी के हालति देखल जा सकैत अछि। देशभरिमे मात्र, बिहार एहेन प्रदेश अछि आ सीएम नितीश एहेन राजनेता छथि, जे अपवाद मानल जा सकैत छथि। किएक त’ सीएम नीतीशक राजनीतिक इतिहास पर गौर करी त’ ज्ञात होइत अछि कि, ई कखन की करताह, से कियो नहि बुझि सकैत अछि। कएक बेर ओ राजग गठबंधन छोड़ि महागठबंधनमे शामिल भेलाह आ पुनः राजग गठबंधनमें घुरलाह। ई अबरजात कहिया धरि चलैत रहत, से निजगुत कियो नहि कहि सकैत अछि। सीएम नितीशक राजनीतिक यात्रा सेहो बहुत उतार चढाव सँ भरल रहल अछि, जया जेटली, जॉर्ज फर्नांडिस, शरद यादव, उपेंद्र कुशवाहा, प्रशांत किशोर आ आरसीपी सिंहक संग कहियो हिनकर मधुर संबंध छलैन्ह, जे सभदिन नहि रहलनि। कहबाक तात्पर्य ई जे, जदयू में जे छथि, से स्वयं नितीश कुमार छथि, जदयू मतलब नितीश कुमार आ नीतश कुमार मतलब जदयू। जदयू में नंबर दू के स्थान अछिए नहि, जे स्वयंकेँ नंबर दू सिद्ध करबाक प्रयास कएलनि, से स्वयं पार्टीसँ बाहर होइत रहलाह, त’ हिनकर हर निर्णय आ घोषणा अंतिम होइत अछि, आ इएह अंतिम सत्य अछि । हँ एतेक उठापटक होइत रहल, मुदा सीएम नितीश आ प्रधानमंत्री मोदीक मध्य आपसी संबंध बनल रहल, दुनू नेता एक – दोसर पर कोनो स्तरहीन टिका – टिपण्णी नहि कएलनि। आ इएह आपसी समझदारी दुनू नेताकेँ एक दोसरक नजदीक अनैत रहल। प्रदेशमे भाजपा सभसँ पैघ दल अछि, मुदा प्रदेश भाजपामे एहेन नेता नहि अछि, जे सम्पूर्ण प्रदेशमे अप्पन प्रभाव रखैत होय। प्रदेशक हर भाजपा नेता, कहूना अप्पन सीट निकालि लैत अछि त’ सीएम नितीश कुमार, भाजपा लेल मजबुरी सेहो छथि। आब चुनावक माहौल अछि त’ सीएम नितीश सेहो दनादन घोषणा पर घोषणा कएने जा रहल छथि। ओना, सीएम नितीश कुमार पर लोक, भरोसा करितो अछि, किएक त’ महिला सशक्तीकरण में हिनकर योगदान, कोनो आन राजनेतासँ बेसी अछि। दू दशकसँ प्रदेशक मुख्यमंत्री छथि आ, एहि अवधिमें जे काज भेल अछि, ओ देखा सेहो रहल अछि। राजद द्वारा जहन मैया बहिन योजनाक घोषणा कएल गेल, लगभग तहिएसँ एनडीएक तमाम नेता, एहि तरहक लोक लुभावन घोषणा लेल सरकार पर दबाव बनएबाक प्रयास में छलथि, परिणामस्वरूप सरकार द्वारा हर वर्गक लेल सरकारी खजाना खोलबाक निर्णय लेल गेल। प्रदेशक सभसँ पैघ समस्या अछि, रोजगार आ पलायन, एहि विषय के ल’ क’ जनसुराजक प्रशांत किशोर खूब बयानबाजी क’ रहल छथि। आब प्रदेश सरकारक भांज छलैक, जे एहि मुद्दा पर कोना स्वयंकेँ बचाओल जाए। फलतः सरकार द्वारा हर तरहक घोषणा करब शुरू कएल गेल। मात्र विगत दू सप्ताहक घोषणा पर दृष्टिपात करी त’ ज्ञात होइत अछि कि, सरकार, प्रदेशक विकासके लेल कतेक गंभीर अछि। काल्हिए मुख्यमंत्री द्वारा 1 करोड़ 67 लाख लोकक लेल, बिजली अनुदानक घोषणा, कोनो सनेश सँ कम नहि छैक। जन कल्याणसँ संबंधित जे किछु प्रमुख निर्णय अछि, ओहिमे युवा, बुजुर्ग, कलाकार, महिला, सहित समाजक हर वर्गक विशेष ध्यान राखल गेल अछि। नीतीश कुमार वृहस्पति दिन दू गोट घोषणा कएलनि, अप्पन पहिल घोषणामे ओ, प्रदेशक जनताकेँ 125 यूनिट धरि फ्री बिजलीक सनेश देलनि। आब, एहि निर्णयके बाद, 1 अगस्त, 2025 सँ अर्थात जुलाई मासक बिल सँ राज्यक तमाम घरेलू उपभोक्ताकेँ 125 यूनिट धरि बिजलीके कोनो पाई नहि देबए पड़त। सीएम नीतीशक अनुसार, एहि निर्णयसँ प्रदेशक कुल 1 करोड़ 67 लाख परिवार लाभान्वित होयत। एकर अतिरिक्त मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, ‘कुटीर ज्योति योजना’ पर सेहो पैघ घोषणा कएलनि। ओ, कहलनि कि, अगिला तीन वर्षमे घरेलू उपभोक्तासँ सहमति ल’ क’ हुनकर घरक छत पर अथवा नजदीकी सार्वजनिक स्थल पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाओल जाएत। कुटीर ज्योति योजनाके अंतर्गत जे निर्धन परिवार रहत, हुनका लेल सौर ऊर्जा संयंत्र लगएबाक पूर्ण खर्च राज्य सरकार वहन करत। एहिसँ पूर्व 16 जुलाईके बिहारमे शिक्षकक नियुक्तिके ल’ क’ सेहो घोषणा भेल छल। मुख्यमंत्री नीतीशकुमार, सरकारी विद्यालयमे शिक्षकक रिक्तिक गणना आ नियुक्तिके लेल शीघ्र टीआरई-4 के परीक्षा लेबाक निर्देश देने छलाह। एहि नियुक्तिमे, 35 प्रतिशत महिलाके लेल आरक्षणक लाभ बिहारक निवासी महिलाके देल जाएत, एहि तरहक घोषणा कएल गेल। किछुए दिन पूर्व प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेशक युवावर्गकेँ सरकारी नौकरी आ रोजगारक ‘गारंटी’ देल गेल छल। कहल गेल कि, 2025 सँ 2030 के मध्य एक करोड़ युवाके सरकारी नौकरी आ रोजगार देबाक लक्ष्य निर्धारित कएल गेल अछि। एहि लेल उच्च स्तरीय कमेटीक गठनके घोषणा सेहो कएल गेल। संगहि भविष्यमे प्रदेशमे कर्पूरी ठाकुर केर नाम पर एक गोट कौशल विश्वविद्यालयक स्थापना करबाक निर्णय सेहो लेल गेल। एक्कहि सप्ताह पूर्व, सीएम नीतीश कुमार, सामाजिक सुरक्षा पेंशनके ल’ क’ सेहो पैघ घोषणा कएने छलाह। घोषणा कएल गेल की, राज्यमे वृद्ध, विधवा आ दिव्यांग पेंशनक राशि 400 रुपैयासँ बढ़ा क’ 1100 रुपैया क’ देल गेल अछि। महिला वर्गकेँ स्वावलंबी बनएबाक पैघ निर्णय सेहो 9 जुलाई के लेल गेल। सीएम कहने रहथि कि, आब तमाम सरकारी आ संविदा नियुक्ति में मात्र बिहार मूलक निवासी महिलाकेँ 35 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण देल जाएत। ओहिसँ पूर्व अर्थात 8 जुलाईके सीएम नीतीश कुमार, ‘बिहार युवा आयोगक’ गठन करबाक जानकारी सेहो देने छलाह। अप्पन वक्तव्यमे ओ कहने रहथि कि, राज्य सरकार, बिहार युवा आयोगके गठनक मंजूरी द’ देने अछि, जे युवावर्गकेँ रोजगार, शिक्षा आ नशामुक्ति सनक विषय नीतिगत सुझाव देत। आयोगमे अधिकतम आयु 45 वर्ष तय कएल गेल अछि। किछुए समय पूर्व, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, कलाकार सभक पेंशन के लेल सेहो डेग उठौने छलाह। एहि योजनाके अंतर्गत प्रदेशक वरिष्ठ आ आर्थिक रूपसँ कमजोर कलाकार सबके 3000 रुपैया मासिक पेंशन देबाक योजनाके, कैबिनेट द्वारा स्वीकृति देल गेल अछि। 2 जुलाईके राज्यमे नव ‘मुख्यमंत्री प्रतिज्ञा’ योजनाक घोषणा सेहो कएल गेल छल, हालहिमे बिहार कैबिनेट द्वारा एकरा स्वीकृत कएल गेल छल। योजनाके अंतर्गत युवावर्गकेँ कौशल विकासके लेल 4000 सँ 6000 रुपैया धरिक प्रोत्साहन राशि देल जाएत। एक लाख युवाके इंटर्नशिप के लाभ देल जाएत। आब जहन देशमे हर ठाम घोषणा होइते अछि, त’ बिहार किएक पाछू रहत, बस एतेक आश अछि जे ई, मात्र चुनावी घोषणा नहि सिद्ध होय। प्रदेशक युवावर्गके संग कोनो छल नहि भ’ जाए, ओना प्रदेशमे नीतीशकुमारक छवि, कार्य कएनिहारक रहल अछि, आ एखनहुँ जनताक मध्य हुनक विश्वसनीयता, आन नेताक अपेक्षा मजगूत बनल अछि। त’ बिहारक विकास के लेल, युवा वर्गक भविष्य के लेल महिला सशक्तीकरण लेल, गरीब, मजदुर किसान आ वृद्ध दिव्यांग लेल, उपरोक्त तमाम योजना आ घोषणा, आशाक एकटा नव किरण ल’ क’ आयल अछि।