कांग्रेस नेता राहुल गांधी विदेश मंत्री एस जयशंकर पर भारतक विदेश नीतिकें कमजोर करय केर आरोप लगौलनि अछि। आब एहि पर भाजपा नेता तरुण चुघक तीक्षण प्रतिक्रिया आयल अछि।
समाचार एजेंसीसॅं गप करैत ओ कहलनि जे राहुल गांधी हमरा सबकें विदेश नीति पर ज्ञान दऽ रहल छथि। नीक रहत जे ओ हमरा सभकेँ कोनो तरहक ज्ञान नहि देथि, कारण एहि बातसँ इनकार नहि कएल जा सकैत अछि जे राहुल गांधी ओ व्यक्ति छथि जे पहिने चीनी अधिकारी सभसँ गुप्त रूपसँ भेंट करैत छलाह।
भाजपा नेता कहलनि जे, चीनसॅं एमओयू करयवाला हमरा सभकेँ विदेश नीति पर ज्ञान कोना दऽ सकैत अछि। राहुल गांधी सदिखन भारतक विदेश नीतिकेँ तुच्छ बुझबाक प्रयास करैत रहलाह।
ओ कहलनि जे, आब देशकेँ पता चलल अछि जे गांधी परिवारकें चीनक प्रति प्रेम बहुत पुरान अछि। देश ई नै बिसरल अछि जे कांग्रेस जखनि सत्तामे छल तखनि ‘हिन्दी-चिनी भाई-भाई’केर नारा दऽ कऽ 1962 केर युद्ध देशमे अनलक।
तरुण चुघ कहलनि जे कांग्रेसक शासन कालमे भारतक विदेश नीति कमजोर छल, सब कियो भारत दिसि संकीर्ण नजरिसँ देखैत छल। मुदा, आइ एहेन स्थिति नहि अछि। ओहि केर हिसाबसॅं भारतक विदेश नीति काफी मजबूत भऽ गेल अछि। आइ भारतकेँ समस्त विश्वमे सम्मानसँ देखल जा रहल अछि। सत्तामे रहैत कांग्रेस वैश्विक पटल पर देशक विदेश नीतिकें कमजोर करय केर पूरा कोशिश केलक। मुदा, आइ जखनि देश हर क्षेत्रमे प्रगति कय रहल अछि तॅं किछु लोकक पेटमे दर्द भऽ रहल अछि।
एकर अलावा शंघाई सहयोग संगठनमे पहलगाम आतंकी हमलाक मुद्दा उठाबै लेल विदेश मंत्री एस जयशंकरक प्रशंसा करैत ओ कहलनि कि विदेश मंत्री आतंकवादक मुद्दाकेँ वैश्विक मंच पर उठेलनि। ओ ई संदेश दुनिया भरिमे देबाक प्रयास कयलनि जे भारत आतंकवादक खिलाफ अछि। भारत आतंकवादक खिलाफ हमेशासॅं कड़ा रुख अपनाबैत रहल अछि आ आगू सेहो करत।