भाकपा (माले) लिबरेशनक महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य कहलनि जे सरकार बिहारमे गरीबकेँ हुनक जमीनसँ बेदखल करबाक लेल भूमि सर्वेक्षण शुरू कयलक अछि। जे बिल्कुल गलत अछि।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी बिहारमे जारी भूमि सर्वेक्षण केर गरीबकेँ ओकर जमीनसँ बेदखल करबाक प्रयास करार कहैत शनिदिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमारसँ आग्रह कयलक जे ओ बिहारमे चलि रहल भूमि सर्वेक्षणकेँ तत्काल रोकि देथि।
बिहारमे विपक्षी दलक महागठबंधनक हिस्सा पार्टी घोषणा कयलक जे ओ कतेको मोर्चा पर एनडीए सरकारक कथित विफलताक विरुद्ध १६ सँ २५ अक्टूबर धरि राज्यव्यापी ‘बदलो बिहार न्याय यात्रा’ अभियान शुरू करत।
पार्टीक बिहारसँ दूटा लोकसभा सदस्य छथि। संवाददाता सभसँ बातचीत करैत भाकपा (माले) लिबरेशन महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य कहलनि, “ई तथ्य अछि जे नीतीश कुमारक सरकार बिहारमे गरीबकेँ हुनक जमीनसँ बेदखल करबाक लेल भूमि सर्वेक्षण शुरू कयलक अछि। राज्य सरकार कतेको पीढ़ीसँ अपन जमीन रहैत आबि रहल गरीब लोकसभकेँ निशाना बना रहल अछि।”
ओ कहलनि, हम राज्य सरकारसँ आग्रह करैत छी जे एकरा तत्काल रोकि देल जाय आ अगिला बेर जखन सरकार एकरा शुरू करबाक योजना बनाबैत अछि, तखन ओकरा पहिने गरीबकेँ गारंटी देबय पड़त कार्यवाही समाप्त भेलाक बाद गरीबकेँ जमीन देल जायत। भट्टाचार्य कहलनि जे तहिना स्मार्ट प्रीपेड बिजली मीटर लगयब सरकार द्वारा गरीबसँ पैसा वसूलबाक एकटा आओर प्रयास अछि। ई पूर्णतः अनुचित अछि। बिजलीक बिल कतेको गुना बढ़ि गेल अछि, जाहिसँ उपभोक्ता पर भारी वित्तीय बोझ पड़ि गेल अछि। हम इ सब नहि होबए देब।
ओ कहलनि जे एहि सभ मुद्दा केर ध्यानमे रखैत भाकपा (माले) लिबरेशन बिहारमे कतेको मोर्चा पर एनडीए सरकारक विफलताक खिलाफ १६ सँ २५ अक्टूबर तक राज्यव्यापी अभियान ‘बदलो बिहार न्याय यात्रा’ शुरू करबाक निर्णय लेलक अछि। ओ कहलनि जे अंतत: नीतीश कुमार सरकारक विफलताकेँ उजागर करबाक लेल पार्टी २७ अक्टूबरकेँ पटनामे ‘न्याय सम्मेलन’ आयोजित करत।