कांग्रेस मंगलदिन आर्थिक असमानताक मुद्दा पर सरकार पर प्रहार करैत कहलक जे भारतक तेज, समावेशी आ टिकाऊ विकास मात्र ‘इंडिया’ गठबंधन कऽ सकैत अछि।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश आरोप लगओलनि जे पछिला १० सालमे अधिकांश सार्वजनिक संपत्ति आ संसाधन एक-दू कम्पनीकेँ बेचि देल गेल अछि।
रमेश सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कयलनि, “प्रधानमंत्री अहाँकेँ कहियो नहिं कहताह जे २०१२ सँ २०२१ धरि देशमे बनल सम्पत्तिक ४० प्रतिशतसँ बेसी हिस्सा मात्र एक प्रतिशत आबादी लग गेल अछि।”
ओ दावा कयलनि जे देशमे कुल माल आ सेवा कर (जीएसटी)क लगभग ६४ प्रतिशत गरीब, निम्न मध्यम वर्ग आ मध्यम वर्गसँ अबैत अछि।
रमेश कहलनि “पिछला १० सालमे अधिकांश सार्वजनिक संपत्ति आ संसाधन एक या दूटा कंपनीकेँ बेच देल गेल अछि। अर्थशास्त्री लोकनि कहलनि अछि जे अर्थव्यवस्थामे बढ़ैत एकाधिकारक कारण महंगाई बढ़ल अछि।”
हुनक अनुसार, आइ २१ अरबपति लग कुल ७० करोड़ भारतीयसँ बेसी सम्पत्ति अछि।
रमेश आगू कहलनि “भारतकेँ तेजीसँ आर्थिक विकासक जरूरत अछि। भारतकेँ बहुत बेसी समावेशी आर्थिक विकासक आवश्यकता अछि। भारतकेँ बेसी टिकाऊ पर्यावरणीय विकासक आवश्यकता अछि। मात्र ‘इंडिया’ गठबंधन इ तीनू कऽ सकैत अछि आ करत।”
कांग्रेसक महासचिव रमेश राजस्थानमे अपन जनसभासँ पहिने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीसँ किछु प्रश्न पूछलनि। “भाजपा कांग्रेसक जनहित योजनामे किएक कटौती कऽ रहल अछि ? भाजपा ईआरसीपी (पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना) मे कतेक भ्रष्टाचार कयलक अछि ? ईसरदा बान्हक कारण विस्थापित परिवारकेँ भाजपा कतेक दिन धरि मुआवजासँ वंचित राखत ?”