२५ जून १९७५ केँ तत्कालीन प्रधानमंत्री इन्दिरा गाँधी पूरा देशमे आपातकाल लगा देलनि। आपातकालक ५० वर्ष पूरा भेलापर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलदिन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्सक माध्यमसँ कांग्रेसपर निशाना साधलनि। नरेन्द्र मोदी कहलनि, “आपातकालक कारी दिन हमरा सभकेँ मोन पाड़ैत अछि जे कोना कांग्रेस पार्टी बुनियादी स्वतन्त्रताकेँ नष्ट कऽ देलक आ भारतक संविधानकेँ थकूचि देलक, जाहि संविधानकेँ प्रत्येक भारतीय बहुत सम्मान करैत अछि।”
एम्हर पीएम मोदी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्सक ‘मोदी आर्काइव’ अकाउंटक पोस्टकेँ सेहो रि-पोस्ट कयलनि। एहि पोस्टमे पीएम मोदी आपातकालक समय मंचसँ भाषण दैत देखल जा रहल छथि। एहि दौरान ओ एकटा कविता सेहो पढ़लनि।
पीएम मोदी एक्स पर अपन पुरान फोटो साझा करैत लिखलनि, “आपातकालक कारी दिन बहुत चुनौतीपूर्ण समय छल। ओहि दिनमे समाजक सभ वर्गक लोक एक सङ्ग आबि लोकतंत्र पर एहि हमलाक विरोध कयलनि। ओहि समयमे अलग-अलग लोकक सङ्ग काज करबाक हमरा बहुत अनुभव सेहो भेल। ई थ्रेड ओहि समयक एकटा झलक देखबैत अछि।”
दरअसल, आपातकालक दौरान पीएम मोदीक एकटा फोटो ‘मोदी आर्काइव’ नामक अकाउंटसँ शेयर कयल गेल अछि, जाहिमे लिखल अछि, “नरेन्द्र मोदी आपातकालकेँ एकटा अभूतपूर्व अवसर (आपदामे अवसर) बतौलनि जे हुनका राजनीतिक स्पेक्ट्रमक नेता आ सङ्गठनक सङ्ग काज करबाक अवसर देलक। एहिसँ हुनका विभिन्न विचारधारा आ दृष्टिकोणसँ बातचीत करबाक अवसर भेटल। मुदा, आपातकालक कहानी २५ जून, १९७५ केँ शुरू नहिं भेल छल, जखन ई लागू कयल गेल छल। कांग्रेस पार्टीक भ्रष्टाचारक विरुद्ध पूरा देशमे छात्रक नेतृत्वमे आन्दोलन चलि रहल छल आ गुजरात एकर अपवाद नहिं छल। १९७४ मे गुजरातमे नवनिर्माण आन्दोलनक अवधिमे नरेन्द्र मोदी देशमे परिवर्तन अनबामे छात्रसभक आवाजक शक्तिकेँ प्रत्यक्ष रूपसँ देखलनि। ओहि समय ओ आरएसएसक प्रचारक छलाह। ओ अपन भाषणक माध्यमसँ युवा आन्दोलनक उत्साह सेहो बढ़ौलनि।”
पचास साल बाद, भारतक वर्तमान प्रधानमंत्रीक रूपमे नरेन्द्र मोदी वर्तमान आ भावी पीढ़ीकेँ आपातकालक ओहि कारी दिनमे कांग्रेस द्वारा भारतक लोकतंत्र पर थोपल गेल ‘काला धब्बा’क स्मरण करबैत रहलाह आ संकल्प लेलनि जे फेर एहन नहिं होबय देल जायत। जखन ओ संसद भवन पहुँचलाह तखन संविधानक पोथी अपन माथासँ लगा लेने छलथि।