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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंपक टैरिफ घोषणाक भारतक अर्थव्यवस्था पर मामूली असरि : भारतीय उद्योग संघ

नई दिल्ली
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अमेरिका भारत पर 27 प्रतिशतक टैरिफ लगाबय केर घोषणा कएलक अछि। अमेरिकाक राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासनक मानब अछि जे भारत अमेरिकी सामान पर अधिक शुल्क वसूल करैत अछि। हुनकर कहब अछि जे व्यापार घाटा कम करबा आ मैन्यूफैक्चरिंग केर बढ़ावा देबा लेल ई डेग उठाएब आवश्यक छल।

भारतक उद्योग संघ सभ कहलनि अछि जे ट्रंपक एहि घोषणासँ बहुत अधिक असरि नहि पड़य वला अछि। एहि संघसभक कहब अछि जे नरेंद्र मोदी सरकारक ‘आत्मनिर्भर भारत’ नीतिक कारणेँ टैरिफसँ उबरि जायब।

एकटा प्राइवेट रिसर्च संस्था बर्नस्टीनक कहब अछि जे भारत टैरिफक चुनौतीसभसँ बहुत आसानीसँ निपटि लेत। बर्नस्टीनक एकटा रिपोर्टमे कहल गेल अछि जे भारत अमेरिका संग विवाद बढ़ाबय केर बजाय बातचीतक माध्यमसँ समस्याक समाधान करत। हालाँकि शुरूआतमे बाजारमे किछु नकारात्मक प्रतिक्रिया देखल जा सकैत अछि, मुदा आशा अछि जे वर्षक दोसर छमाहीमे अर्थव्यवस्थामे सुधार होएत।

ट्रंपक टैरिफ पर उद्योग जगत प्रतिक्रिया देलक अछि। पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज (पीएचडीसीसीआई) केर अध्यक्ष हेमंत जैन कहलथि जे भारतक मजबूत घरेलू निर्माण आ उत्पादन सँग जुड़ल प्रोत्साहन (पीएलआई) योजनाक, मेक इन इंडिया आ आत्मनिर्भर भारत जेकां रणनीतिक नीतिक कारण मिलि रहल सरकारी सहायता देशक आर्थिक लचीलापन बनायब रखबाकमे मदद करत।

एसोचैमक अध्यक्ष संजय नायर कहलथि जे भारत टैरिफसँ बेसी प्रभावित नहि भेल अछि। ओ इहो कहलथि जे भारतीय अर्थव्यवस्था आन एशियाई बाजार सभक तुलनामे बेसी आत्ममुखी अछि।

ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (जीटीआरआई) केर संस्थापक अजय श्रीवास्तव कहैत छथि जे ट्रंपक निर्णय केर कतेको एशियाई आ यूरोपीय देश सभ, जाहिमे चीन, वियतनाम, ताइवान, थाईलैंड आ बांग्लादेश शामिल अछि, एकरा सभ पर हाई रेसिप्रोकल टैरिफ लगेनाय भारत केर वैश्विक व्यापार आ निर्माणमे अपन स्थिति मजबुत करबाक अवसर देत।

ओ कहलनि जे स्टील, एल्यूमीनियम आ ऑटो-संबंधित वस्तु सभ पर भारतीय निर्यात पर 25 फीसदी शुल्क लागत, जखनि कि फार्मास्यूटिकल्स, सेमीकंडक्टर, तांबा आ ऊर्जा उत्पाद सभ पर कर नहि लगाओल जायत। किछु विशेषज्ञ केर कहब अछि जे भारत अपन प्रतिस्पर्धी देश सभक तुलनामे नीक स्थितिमे अछि, कारण अन्य देशसभक तुलनामे भारत पर लगाओल गेल टैरिफ कम अछि। एहि देशसभमे बांग्लादेश (37 फीसदी), चीन (54 फीसदी), वियतनाम (46 फीसदी) आ थाईलैंड (36 फीसदी) शामिल अछि। एहि देशसभकेँ बढ़ल शुल्कक सामना करय पड़ि रहल अछि।

भारत अमेरिका व्यापारवित्त वर्ष 2021-22 सँ 2023-24 तक अमेरिका भारतक सभ स बेसी व्यापारिक साझेदार रहल। भारतक कुल माल निर्यातमे अमेरिका केर हिस्सेदारी करीब 18 फीसदी, आयातमे 6.22 फीसदी आ द्विपक्षीय व्यापारमे 10.73 फीसदी अछि।

अमेरिका संग भारतक 2023-24 मे मालक मामिलामे व्यापार अधिशेष (आयात आ निर्यातक बीचक अंतर) 35.32 अरब अमेरिकी डॉलर अछि। ई 2022-23 मे 27.7 अरब अमेरिकी डॉलर, 2021-22 मे 32.85 अरब अमेरिकी डॉलर, 2020-21 मे 22.73 अरब अमेरिकी डॉलर आ 2019-20 मे 17.26 अरब अमेरिकी डॉलर छल।

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