सुरक्षा

नरेंद्र मोदी पर देशक भरोसा, वेद दैत अछि मर्यादित जीवन जीबय केर सीख : आरिफ मोहम्मद खान

नवादा समदिया
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पहलगाम आतंकवादी हमलाक खिलाफ देशमे उबाल अछि। विपक्ष सरकारकेँ समर्थन देबाक ऐलान कयने अछि। बिहारक राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान सेहो सरकारसँ प्रभावी कदम उठाबै केर आशा व्यक्त कयलनि।

पहलगाममे भेल आतंकवादी हमला देशकेँ झकझोरि देने अछि। बिहारक राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान सरकारसँ प्रभावी कदम उठाबै केर अपेक्षा रखलनि। ओ कहलनि कि देशक नागरिककेँ प्रधानमंत्री मोदी पर पूरा विश्वास अछि।

राज्यपाल नवादामे धर्म आ शासन व्यवस्था पर सभाकेँ संबोधित करैत कहलनि। ओ लोकतंत्रकेँ सभ शासन प्रणालीमे सर्वोत्तम मानलनि। राज्यपाल कहलनि, ‘गेरुआ रंग त्यागक प्रतीक अछि। स्वार्थ छोड़ि परमार्थकेँ अपनाबय वाला व्यक्ति बेसी नीक होइत अछि।’

भगवान राम केर उदाहरण दैत, राज्यपाल कहलनि, “सत्ता निश्चित समयक लेल अबैत अछि। आम जनता सत्ता केर मालिक अछि। जनप्रतिनिधिकेँ 5 वर्षक लेल सेवाक मौका भेटैत अछि।” ओ महाभारतसँ पांडवक संघर्ष आ कुंती केर ज्ञान केर सेहो उल्लेख कयलनि।

राज्यपाल ‘धर्मेते ध्यानम बुद्धिह’ श्लोक केर उदाहरण दैत भारतीय संस्कृतिमे विद्यार्थी धर्म, गुरु-शिष्य धर्मक महत्त्व बतौलनि। खान कहलनि कि धर्म ओ अछि, जे समाजकेँ एकजुट रखैत अछि। सभक आदर करब आ गरीब-कमजोरकेँ आदरसँ जीबय देब धर्म अछि।

ओ कहलनि, “भारतीय संस्कृति आत्माक बंधनकेँ मानैत अछि आ सब जीव पर दयाक भाव रखैत अछि। वेद मर्यादित जीवन जीबैक सीख दैत अछि।” राज्यपालक अनुसार जीवनक उद्देश्य आनंदित रहब अछि। ओ कहलनि जे भारतीय संविधानमे पौराणिक कहानीकेँ चित्रण अछि। संविधान हमर मान्यता आ परंपराक केंद्र बिंदु अछि। राज्यपाल वेदसँ मर्यादित जीवन सीखयकेँ सेहो नसीहत देलानि।

शासकक कर्तव्य पर कहलनि कि सभ वर्गकेँ समान संरक्षण देनाइ शासकक धर्म अछि। राज्यपाल एकर तुलना डक्टरसँ कयलनि, जे बिना भेदभाव सभ मरीजक इलाज करैत अछि।

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