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ट्रम्प २.० सँ पहिने हिंडनबर्गक बंद होएब जांचसँ बचबाक अंतिम प्रयास

नई दिल्ली
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हिंडनबर्ग रिसर्चक संस्थापक नाथन एंडरसन अपन फर्म बंद करबाक घोषणा कयलनि अछि। २०१७ मे स्थापित शॉर्ट सेलिंग फर्म अपन सनसनीखेज रिपोर्टक लेल बदनाम छल।

शॉर्ट-सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग अपन रिपोर्टमे कम्पनी सभ पर धोखाधड़ी आ अनैतिक गतिविधिमे शामिल हेबाक आरोप लगाबैत छल। एखनि धरि ई फर्म अदानी समूह आ निकोला निगम सहित कतेको पैघ कॉर्पोरेटकेँ निशाना बना चुकल अछि।

एंडरसन हिंडनबर्ग शोध फर्मकेँ बंद करबाक कारण बतबैत कहलनि जे ई हुनकर व्यक्तिगत निर्णय अछि आ ओ एहिसँ आगू बढ़य चाहैत छथि।

किछु पर्यवेक्षकक मानब छनि जे ई डेग अमेरिकी नियामक निगरानीमे अपेक्षित बदलावसँ पहिने उठाओल गेल अछि, किएक तँ आबयवला प्रशासन वित्तीय संस्थान सभक जाँच शुरू कऽ सकैत अछि जे वैश्विक बाजारमे व्यवधान उत्पन्न कयलक अछि।

बहुत रास विश्लेषकक अनुसार, ऑर्गेनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट (ओसीसीआरपी) केर समान हिंडनबर्ग रिसर्च सेहो अपन पैघ भू-राजनीतिक उद्देश्यकेँ पूरा करबाक लेल सोरोस समर्थित डीप-स्टेट टूलक रूपमे काज करैत अछि।

लक्षित विदेशी अर्थव्यवस्थामे वित्तीय अस्थिरता उत्पन्न करबाक लेल जो बाइडेन प्रशासन द्वारा एहि संस्थासभक रणनीतिक लाभ उठाओल गेल छल। हिंडनबर्गक रिपोर्टक कारण अक्सर बाजारमे अस्थिरता आबि जाइत छल।

उदाहरणक लेल, अदानी समूह पर फर्मक रिपोर्ट दक्षिण एशियामे बढ़ैत भू-राजनीतिक तनावक संग मेल खाइत अछि, जाहिसँ भारतक एकटा प्रमुख समूहकेँ काफी वित्तीय क्षति भेल अछि। एहन रिपोर्टक समय ई सवाल उठौलक अछि जे की ई कार्रवाई संयोग छल या विशिष्ट अर्थव्यवस्थाकेँ कमजोर करबाक रणनीतिक हिस्सा छल। ग्लोबल साउथक एकटा महत्वपूर्ण खेलाड़ी भारतकेँ एहि खुलासाक खामियाजा एकटा एहेन महत्वपूर्ण मोड़ पर उठाबय पड़ल जखनि वैश्विक स्तर पर ओकर प्रभाव बढ़ि रहल छल।
एहन मानल जाइत अछि जे अमेरिकी प्रशासनमे बदलावक बाद वैश्विक बाजारमे व्यवधान उत्पन्न करयवला संस्थानसभकेँ जांचक सामना करय पड़ि सकैत अछि। ट्रम्प प्रशासन, जे वित्तीय जवाबदेहीक बहाना वैश्विक बाजारकेँ प्रभावित करयवला संस्थासभ पर अपन आलोचनात्मक रूखक लेल जानल जाइत अछि, एहेन फर्मसभकेँ बेसी गहन जांचक दायरामे आनि सकैत अछि। पहिनेसँ हिंडनबर्ग रिसर्चकेँ बंद कऽ ओ अपन आ अपन डीप स्टेट सहयोगीकेँ संभावित कानूनी आ नियामक परिणामसँ बचयबाक प्रयास कऽ रहल अछि।

पर्यवेक्षकलोकनिक ईहो अनुमान छैक जे फर्मक बन्द भेलासँ ओकर परिचालन मॉडल, वित्तपोषण स्रोत आ राजनेतासभक संग सम्भावित जुड़ावक विषयमे बढ़ैत जाञ्चकेँ कम करबामे सहायता भेटि सकैत छैक।
हिंडनबर्गक संचालन सदैव जनमतकेँ ध्रुवीकृत कयलक अछि। एक दिसि पैघ नाम आ विशाल कॉर्पोरेटकेँ ‘बेनकाब’ करबाक क्षमताक लेल फर्मक प्रशंसा कयल गेल। दोसर दिसि, कम बिक्री सहित एकर रणनीतिक आलोचना बाजारक अस्थिरता बढ़यबाक आ वित्तीय संकट उत्पन्न करबाक लेल कयल गेल छल, विशेष रूपसँ उभरैत बाजारमे।

एकर जुड़ाव आ उद्देश्यक विषयमे प्रश्न बनल अछि, तेँ हिंडनबर्गक बन्द होयब एहि बहसक अन्त नहि भऽ सकैत अछि बल्कि भविष्यमे एहेन अभियानक संचालन करबाक तरीकामे बदलावक संकेत भऽ सकैत अछि।

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