जनसरोकार

गरीबीसँ बाहर निकलबाक तीन रास्ता – नौकरी, खेती आ व्यवसाय, ताहि लेल शिक्षा आ रोजगार पर वोट करू : प्रशांत किशोर

सहरसा समदिया
*

जन सुराज अभियानक संस्थापक प्रशांत किशोर वृहस्पति दिन 9.6 किलोमीटर पैदल चललथि। एहि दौरान सोनबरसा प्रखंडमे पदयात्रा पर गेलाह । जाहि केर तहत मौजी लाल भगत हाई स्कूल कशनगरसँ मार्च शुरू कऽ कशनगर चौक, कोपा, दुर्गा मंदिर कोपा, जेएमएस स्कूल जमुनिया, ब्रह्मपुर बाबा स्टेडियम रघुनाथपुर गेल छलाह। एहि दौरान प्रशांत किशोर कहलनि जे दुनियामे सब विद्वान लोक छथि। गरीबीसँ बाहर निकलबाक तीनटा रास्ता अछि। पहिल नौकरी, दोसर खेती आ तेसर कारोबार। जे लोक अहाँक गाममे सेहो काज कऽ रहल छथि। एहि बिहारमे हुनकर जीवन नीक अछि। जे लोक 5, 10 बीघामे खेती कऽ रहल छथि। हुनका लोकनिक जीवन सेहो चलि रहल छनि आ जे कारोबार कयने छथि हुनकर जीवन सेहो चलि रहल छनि। सड़क सब लोकक लेल खराब अछि, मुदा जे गरीब अछि ओकरा बेसी कष्ट उठाबय पड़ैत छैक। कियो बीमार पड़ि गेल तऽ जिनका लग पाइ अछि ओ पटना-दिल्ली जा कऽ इलाज कराओत। गरीबीसँ बाहर निकलबाक तीनटा रास्तामे सँ कोनो एकटा रास्ता नौकरी, खेती आ कारोबार अछि, तऽ अहांक गरीबी खत्म भऽ सकैत अछि। प्रशांत किशोर कहलनि जे अगर अहांकेँ नौकरी चाही तऽ अहांकेँ एकरा लेल नीक शिक्षा हेबाक चाही। अगर खेती करय चाहय छी तऽ ओकरा लेल जमीन हेबाक चाही आओर अगर कारोबार करय चाहय छी तऽ ओकरा लेल पूंजी हेबाक चाही। गरीबीसँ बाहर निकलबाक कोनो चारिम रास्ता नहिं अछि। एतय नाली बनि जाय वा पुल बनाओल जाय मुदा अहाँक गरीबी खत्म नहिं होयत। गरीबी तखन समाप्त होयत जखन अहांक बच्चाक लेल नीक शिक्षा केर व्यवस्था होएत आओर बच्चाक पढ़ाईक बाद नौकरी भेटि जाएत। गरीबी तखन समाप्त होयत जखन अहाँक बच्चा सभकेँ रोजगार भेटत। गरीबी तखन समाप्त होयत जखन खेती करय लेल जमीन होयत, गरीबी तखन समाप्त होयत जखन सरकार अहाँकेँ पूंजी उपलब्ध करा देत जाहिसँ अहाँ कारोबार कय सकब। अतः शिक्षा आ रोजगारक नाम पर वोट करू। कारण जाहि नामे अहाँ वोट दैत छी से भेटैत अछि।

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *