तिला संक्रांति पर मंगलकेँ “मैथिल पुनर्जागरण प्रकाश फोरम”क मधुबनीक पुनर्जागरण भवनमे बैसार भेल जाहिमे संबंधित अनेको गोटे उपस्थित छलथि, संगहि संग कतेको गोटे ऑनलाइन बैसारसँ जुड़ल छलथि।
बैसार केर संबोधित करैत अजय नाथ झा शास्त्री कहलनि जे, ” एखनि धरिक सभ उपक्रम आब फोरमक माध्यमसँ संचालित होएत। फोरमक एक संग विभिन्न उपक्रम मिथिला-मैथिलीक पुनर्जागरणक दिशामे क्रांतिकारी प्रभाव छोड़त, वर्ष २०२५ मिथिला-मैथिलीक होएत।”
शास्त्री अनेक उपक्रमक चर्चा कयलनि, ताहिमे प्रमुख रुपसँ -: मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान, धरातल पर चलि रहल ‘मिथिलाक पहिचान मिथिलाक्षर निशान’ अभियानमे गति, मिथिलाक्षर पोथी, फोरमक सांगठनिक इकाईकेँ सशक्त बनबय लेल ‘धरोहर आजीवन सदस्य’ अभियानमे गति, सहकारिता अभियान, पुनर्जागरण ‘शिक्षण-प्रशिक्षण संस्थान’मे गति संगहि संग ‘शत-प्रतिशत शिक्षा अभियान’मे गति, मिथिलामे रोजगार सृजन, धरातल पर ‘सांस्कृतिक संरक्षण पुनर्जागरण’ अभियानमे गति आ सभसँ मुख्य बात “मैथिल पुनर्जागरण प्रकाश (राष्ट्रीय मैथिली दैनिक) हाॅकरक माध्यमसँ घर-घर पहुँचाबय केर विशाल संकल्प सम्मिलित अछि।
शास्त्री आगू संबोधनकेँ क्रान्तिकारी अंदाजमे कहलनि, “जँ ई कहल जाइत छैक जे ‘जनता सभटा जनैत अछि तऽ २०१३ सँ एखनि धरि की जनलौंह तकर ऑकलन करू आ एक बेर संग आबि देखियौ, क्रांति तऽ आबि गेल छैक, तकरा आब बस फिनिशिंग टच देबाक छैक, तऽ जिनका माटिक सुगंधक होश अछि से एक बेर एम्हर ताकू, खास कऽ नवागन्तुक पिढ़ीक अपन धरोहर आ अस्तित्व बचाबय लेल एक बेर मोबाइलक दुनियासँ आंशिक बाहर आउ, कारण सभटा अहीँ सभक लेल कयल जा रहल अछि।”
बैसारकेँ संरक्षक धर्मेन्द्र कुमार झा, संरक्षक कुमार प्रमोद चन्द्र, सत्य नारायण लाल दास, नरेश दास, गजेन्द्र नारायण झा, मालती मिश्रा आदि संबोधित कयलनि आ मार्गदर्शन कयलनि।
संगहि संग बैसारमे दीपक आनंद, संजय कुमार झा, पुष्पेन्द्र कुमार, कुन्दन आनंद, प्रमोद कुमार झा आदि सम्मिलित छलथि।
शास्त्री सभकेँ तिला संक्रांतिक शुभकामना दैत नवीन ऊर्जाक संग अभियान पथ पर उत्साहित रुपें आगू बढ़य केर आह्वान कयलनि।