प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविदिन अपन मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’क माध्यमसँ राष्ट्रकेँ सम्बोधित कयलनि। ओ कहलनि जे हुनका हर महीनाक अंतिम रविकेँ एकर कमी महसूस करैत छलथि।
‘मन की बात’क अंतिम कड़ी २५ फरवरीकेँ प्रसारित भेल छल। एकर बाद लोकसभा चुनावकेँ देखैत आदर्श आचार संहिताक कारण मार्च, अप्रैल आ मईमे ‘मन की बात’क प्रसारण नहिं भऽ सकल।
पीएम मोदी रविदिनक जूनक एपिसोडमे कहलनि, “आइ ओ दिन आबि गेल अछि, जकर हम सभ फरवरीसँ प्रतीक्षा कऽ रहल छी। हम एक बेर फेर ‘मन की बात’क माध्यमसँ अपन परिवारक सदस्यक बीच अहाँक बीच आयल छी। एकटा बहुत सुन्दर कहावत अछि – ‘इति विदा पुनर्मिलनाय’, एकर अर्थ अछि, ‘हम विदा लैत छी, फेरसँ भेँट करबाक लेल।’ ओही भावनासँ हम फरवरीमे अहां सभकेँ कहलहुँ जे चुनाव परिणामक बाद फेर भेंट करब, आ आइ ‘मन की बात’ केर संग हम फेर अहाँ सभक बीच उपस्थित छी।”
पीएम कहलनि, “फरवरीसँ एखन धरि, जखन कखनो मासक अंतिम रवि नजदीक आबैत छल, हमरा अहाँक सङ्ग ई संवादक बहुत कमी महसूस होइत छल। मुदा, हमरा ई देखि नीक सेहो लागल जे एहि मासमे अहाँ लोकनि हमरा लाखो संदेश पठौलहुँ।”
ओ कहलनि जे भले ‘मन की बात’ किछु मास लेल बंद रहल, मुदा ओकर भावना अनुसार देश-समाजमे, रोज नीक काज निस्वार्थ भावसँ कयल गेल काज आ समाज पर सकारात्मक प्रभाव पड़यवला काज लगातार चलैत रहल।
प्रधानमंत्री मोदी लोकसभा चुनावमे पैघ संख्यामे मतदान करबाक लेल आ दुनियाक सबसँ पैघ लोकतांत्रिक अनुष्ठानकेँ सफल बनयबाक लेल देशवासीकेँ धन्यवाद देलनि।
ओ कहलनि, “हम आइ देशवासीकेँ सेहो धन्यवाद दैत छी जे ओ अपन संविधान आ देशक लोकतांत्रिक व्यवस्थामे अपन अटूट विश्वासक पुष्टि कयलनि। २०२४क चुनाव दुनियाक सबसँ पैघ चुनाव छल। दुनियाक कोनो देश एखन धरि एतेक पैघ चुनाव नहिं कयने अछि जाहिमे ६५ करोड़ लोक मतदान कयने हो। हम एहि लेल चुनाव आयोग आ मतदान प्रक्रियासँ जुड़ल सबके बधाई दैत छी।”
अपन संबोधनक अन्तमे प्रधानमंत्री कहलनि जे ‘मन की बात’क एहि कड़ी मे “अहाँसँ जुड़ब बहुत नीक लागल। आब ई श्रृंखला पहिने जकाँ फेर सँ जारी रहत। ओ पुरीक जगन्नाथ रथ यात्रा, अमरनाथ यात्रा आ पंढरपुर वारीक लेल श्रद्धालुगणकेँ शुभकामना देलनि।