भारतीय रिजर्व बैंक हालेमे ब्रिटेनसँ १०२ टन सोना वापिस अनने अछि। एहिसँ भारतक सोनाक भंडार बढ़ि कऽ ८५५ टन भऽ गेल अछि। एम्हर अर्थशास्त्री आ भाजपाक राष्ट्रीय प्रवक्ता संजू वर्मा प्रतिक्रिया देलनि अछि। ओ कहलनि जे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीक गतिशील नेतृत्वमे भारतमे दुनियाक आठम सभसँ पैघ स्वर्ण भण्डार अछि।
संजू वर्मा कहलनि, “पछिला किछु मासमे आरबीआई बैंक ऑफ इंग्लैंडक तिजोरीसँ १०२ टन सोना भारत वापस अनलक अछि। पछिला दूइये सालमे आरबीआई भारतीय तट पर २१४ टनसँ बेसी सोना वापिस अनलक अछि। एखन धरि आरबीआई लग कुल ८५५ टन सोना अछि, जाहिमे सँ ५१०.५ टन घरेलू स्तर पर आरबीआई लग अछि।”
ओ भारतक लेल सोनाक महत्वक चर्चा कयलनि। ओ कहलनि, “सोना मुद्रास्फीतिक विरुद्ध एकटा पैघ बचाव अछि। मुद्रा जोखिम होय वा भू-राजनीतिक अनिश्चितता, सोना एहि सबके लेल एकटा पैघ बचाव अछि आ सोना जोखिम पोर्टफोलियो केर विविध बनाबय केर एकटा नीक साधन अछि, तेँ आरबीआई विदेशमे पड़ल सोना केर वापिस आनि बहुत सही काज कयलक अछि, जे शिघ्रतासँ भारतक तट पर आबि रहल अछि।”
ओ आगू कहलनि, “महत्वपूर्ण बात ई अछि जे हालक सालमे हम घटना देखलहुँ अछि, जाहिमे सँ एकटा कोविड-१९ महामारी अछि जे पछिला १०२ सालमे सबसँ पैघ महामारी छल आ दोसर रूस-यूक्रेन युद्ध अछि। एहि चुनौतीपूर्ण वैश्विक परिदृश्यक बीच, केन्द्रीय बैंकरक लेल अपन जोखिम कम करब आओर महत्वपूर्ण भऽ जाइत अछि, आ भारतीय रिजर्व बैंक वैह कऽ रहल अछि।”
भाजपाक राष्ट्रीय प्रवक्ता संजू वर्मा कहलनि जे आइ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीक गतिशील नेतृत्वमे भारतमे दुनियाक ८म सबसँ पैघ सोनाक भंडार अछि। १९९१मे भारतक विदेशी मुद्रा भंडार एकटा नव निचला स्तर पर पहुँचि गेल छल आ भारतकेँ बैंक ऑफ इंग्लैंड आ बैंक ऑफ जापानमे ४७ टन सोना गिरवी राखय पड़ल।
ओ आगू कहलनि, “आइ भारतमे चीन, जापान आ स्विट्जरलैंडक बाद दुनियाक चारिम सबसँ पैघ विदेशी मुद्रा भंडार अछि। एहि साल ४ अक्टूबरकेँ आजादीक बाद पहिल बेर हमर विदेशी मुद्रा भंडार ७०० अरब डॉलरकेँ पार कऽ ७०५ अरब डॉलरक उच्च स्तर पर पहुँचल। हालक समयमे ई संख्या ६८५ सँ ६८९ अरब डॉलरक बीच रहल अछि। आइ हमरा लग ४९ सप्ताहसँ अधिकक आयात कवर करबाक लेल विदेशी मुद्रा भंडार अछि। भारत दुनिया भरिमे भू-राजनीतिक उथल-पुथलक बीच अपन स्थितिकेँ बना कऽ राखय केर मामिलामे ठीक अछि।”