बिहारमे जहरीला शराब मामिलाकेँ लेऽ कऽ विपक्ष लगातार नीतीश सरकार पर हमला कऽ रहल अछि। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव कहलनि जे सत्तारूढ़ नेता, पुलिस आ शराब माफियाक बीच नापाक सांठगांठक कारण राज्यमे ३०,००० करोड़ रुपयासँ बेसी केर अवैध शराबक काला बाजार फलि-फूलि रहल अछि। ओतहि भाजपाक वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद तेजस्वीक एहि बयान पर प्रतिक्रिया देलनि अछि।
भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद कहलनि जे तेजस्वी यादव रोज सवाल पूछैत छथि। हुनकर पिता-माताजी केर समयमे की होइत छल ?। बिहारक स्थिति हुनका पता अछि, की नहि ?
रविशंकर कहलनि जे ई घटना बहुत दुखद अछि। मुख्यमंत्री डीजीपीकेँ निर्देश देलखिन, पूरा समितिक गठन भऽ गेल अछि। हमरा विश्वास अछि, जे एहेन कयलक ओकरा सजा भेटत। निषेधकेँ प्रभावी ढंगसँ लागू करबाक चाही। लोककेँ एकर अनर्गल लाभ नहिं उठाबय। एकरा लेल प्रशासनकेँ बेसी सतर्क रहबाक आवश्यकता अछि।
एहिसँ पहिने तेजस्वी यादव कहलनि जे शराबबंदी नीतीश कुमारक संस्थागत भ्रष्टाचारक एकटा छोट उदाहरण अछि। जँ शराबबंदी अछि तखन एकरा पूर्ण रूपसँ लागू करब सरकारक कर्तव्य अछि। मुदा, मुख्यमंत्रीक वैचारिक आ नीतिगत अस्पष्टता, कमजोर इच्छाशक्ति आ जनप्रतिनिधिक बदला चयनित अधिकारी पर निर्भरताक कारण आइ बिहारमे शराबबंदी सुपर फ्लॉप अछि।
ओ कहलनि जे सत्तारूढ़ नेता आ पुलिस एवं शराब माफियाक बीच नापाक सांठगांठक कारण बिहारमे अवैध शराबक काला बाजार खूब फलि-फूलि रहल अछि।
तेजस्वी एहि मामिलामे मुख्यमंत्री नीतीश कुमारसँ १२ टा प्रश्न सेहो पूछलनि आ हुनका एहि प्रश्नक उत्तर देबाक लेल कहलनि। ओ पूछने छथि जे जँ हर साल एतेक पैघ मात्रामे शराब बरामद कयल जा रहल अछि तखनि एकर दोषी के अछि ? सरकारी फाइलक अनुसार अवैध शराबक कारण मरयवला लोकक संख्या ३०० सँ बेसी अछि, मुदा वास्तविकता एकर विपरीत अछि, एखन धरि हजारो लोकक अवैध शराबसँ मृत्यु नहिं बल्कि हत्या भेल अछि। ओकर हत्यारा के अछि आ दोषी के अछि ? अपराधीक खिलाफ की कार्रवाई कएल गेल अछि ?
ओ आगू पूछने छथि जे की कहियो कोनो वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, पुलिस अधीक्षकक खिलाफ कोनो कारवाई कयल गेल अछि ?
तेजस्वी यादव आगू पूछलखिन जे जँ पटनामे शराब भेटैत अछि तऽ एकर मतलब अछि जे पांच-छह जिला पार कए एतय शराब पहुँचि गेल अछि, तखन की ई ओहि सब जिलाक पुलिसक विफलता अछि कि नहि ?
ओ इहो सवाल उठौलनि अछि जे की ई सच नहि अछि जे अगस्त २०२४ तक बिहारमे शराबबंदीक बादसँ शराबबंदी विभाग द्वारा शराबबंदी कानूनक उल्लंघनसँ जुड़ल कुल ८.४३ लाख मामिला दर्ज कयल गेल अछि, जाहिमे एखनि धरि कुल १२.७ लाख लोककेँ गिरफ्तार कयल जा चुकल अछि।
मुख्यमंत्रीकेँ स्पष्ट करबाक चाही जे गिरफ्तार कयल गेल लोकमे बेसी गरीब आ वंचित वर्गक किएक छथि ? पुलिस आ आबकारी विभाग द्वारा प्रतिदिन लगभग ६,६०० छापा मारल जाइत अछि, तैयो शराबक अवैध तस्करी जारी अछि, तखनि एकर दोषी के अछि ?