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संप्रभु देशकेँ अपन भागीदार चुनय केर अधिकार : भारत अमेरिकी टैरिफ पर क्रेमलिन

नई दिल्ली
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंपक टैरिफ बढ़ाबय केर धमकी पर भारत उचित जवाब देलक। भारतीय विदेश मंत्रालयक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल एकरा तर्कहीन आ अनुचित बतौलनि अछि।

रूसी मीडिया भारतक एहि रुखक प्रशंसा कयलक अछि। भारत पर अमेरिकी टैरिफक पाखंडी नीतिक लेबल लगाओल गेल अछि, जखनि कि क्रेमलिन सेहो भारतक समर्थन कयलनि अछि। क्रेमलिनक प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव मंगलदिन एहि पर टिप्पणी कयलनि। ओ कहलनि जे, “कोनो संप्रभु देशकेँ अपन व्यापारिक भागीदार चुनबाक अधिकार अछि।”

ओ अमेरिकी राष्ट्रपतिक बयानकेँ सेहो खतरा बतौलनि। ओ कहलनि, हम ऐहन बहुत सारा बयान सुनैत छी जे वास्तवमे खतरा अछि। ई रूसक संग व्यापारिक संबंध तोड़य लेल मजबूर करय केर कोशिश अछि । हम एहेन बयानकेँ कानूनी नहि मानैत छी।”

रूसी मीडिया रणधीर जायसवालक बयानकेँ प्रमुखतासँ प्रकाशित कयलक अछि।

एकटा लेखमे ट्रंप पर भारतक जवाबक जिक्र अछि। लिखल गेल अछि, भारतीय विदेश मंत्रालय अमेरिका केर दोहरी मानकक खुलासा कय आंकड़ाक माध्यमसँ कहलक कि यूरोपीय संघ आ अमेरिका मॉस्कोक संग व्यापार करैत अछि आ दोसर देश पर अन्यायपूर्ण प्रतिबंध लगा रहल अछि।

बता दी जे सोमदिन भारत ट्रंपकेँ आईना देखौलक। हुनक धमकीकेँ अनुचित आ तर्कहीन बताबैत भारतीय विदेश मंत्रालय कहलक कि ‘अमेरिका एखनि अपन परमाणु उद्योग लेल यूरेनियम हेक्साफ्लोराइड, इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग लेल पैलेडियम, खाद आ रसायनक आयात रूससँ करैत अछि।’

ओ कहलनि कि कोनो पैघ अर्थव्यवस्थाक तरह भारत सेहो अपन राष्ट्रीय हित आ आर्थिक सुरक्षाक रक्षा लेल सब आवश्यक उपाय करत। एहि लेल हमरा सबकेँ निशाना बनेनाइ अनुचित आ बेवजह अछि। आंकड़ा पेश करैत प्रवक्ता कहलनि “यूरोपीय संघ २०२४ मे रूसक संग ६७.५ अरब यूरोक सामान आ २०२३मे १७.२ अरब यूरोक सेवाक कारोबार कयलक। ई भारतक मास्कोक साथ कुल व्यापारसँ बहुत बेसी छै। पिछला साल यूरोपीय देशकेँ रूसी तरल प्राकृतिक गैस (एलएनजी) केर आयात सेहो रिकॉर्ड १६.५ मिलियन टन धरि पहुँची गेल, जे ऊर्जाक व्यापारक साथ-साथ खाद, रसायन, स्टील आ मशीनरीक व्यापार सेहो शामिल छल।” भारत ईहो कहलक कि अमेरिका रूससँ प्रमुख वस्तुक आयात जारी रखैत अछि। जाहिमे परमाणु संयंत्र लेल यूरेनियम, इलेक्ट्रिक वाहन लेल पैलेडियम आ विभिन्न रसायन आ खाद शामिल छै।

एहिसँ पहिने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सोमदिन चेतावनी देलनि जे ओ भारत पर टैरिफ बढ़ेताह। ओ धमकी देलनि जे जाधरि मॉस्को यूक्रेनक संग शांति समझौता पर सहमत नै भऽ जाइत अछि ता धरि रूसक संग व्यापार करयवला देश पर शत-प्रतिशत टैरिफ लगायल जायत।

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