आपातकालक 50 वर्ष पूरा होएबाक उपलक्ष्यमे भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) द्वारा ‘मॉक पार्लियामेंट’क आयोजन कएल गेल। एहि कार्यक्रममे विदेश मंत्री एस. जयशंकर उपस्थित रहला। ओ एससीओ समिट, आपातकालक समय आ ऑपरेशन सिंदूर पर सेहो चर्चा कएलन्हि।
ओ कहलनि कि राजनाथ सिंहक एससीओ समिटमे दस्तावेज पर हस्ताक्षर नहि करब सही निर्णय अछि।
जयशंकर प्रेस कॉन्फ्रेंसमे कहला जे, “एससीओ केर गठन आतंकवादसँ लड़बाक उद्देश्यसँ कएल गेल छल। जखनि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रक्षा मंत्री सभक बैठकमे गेलथि आ दस्तावेज पर चर्चा भेल, तँ एकटा देश कहलक कि ओ एहिमे आतंकवादक उल्लेख नहि चाहैत अछि। राजनाथ सिंहक सही मत छल जे बिना आतंकवादक उल्लेखक (ओहो तखनि, जखनि संगठनक मुख्य उद्देश्ये आतंकवादसँ लड़ब अछि) ओ एहिकेँ स्वीकार करबाक लेल तैयार नहि छथि। एससीओ सर्वसम्मतिसँ चलैत अछि, तें राजनाथ सिंह स्पष्ट कहलथि कि जँ बयानमे आतंकवादक उल्लेख नहि होएत, तऽ हम ओहि पर हस्ताक्षर नहि करब।
विदेश मंत्री जयशंकर इमरजेंसी पर बात करैत कहला, “हम मॉक पार्लियामेंटमे इमरजेंसी संग जुड़ल अपन विचार साझा कएल। जखनि देशमे इमरजेंसीक घोषणा भेल छल, तखनि हमर उमर 20 वर्षक आस-पास छल। हमरा सभकेँ युवा पिढ़ीकेँ बताबय पड़त कि आपातकालक की नुकसान भेल ? ओहि कालमे मीडिया पर कोना हमला कएल गेल। लोकतंत्र आ संविधानक हत्या कएल गेल आ एहि सभक माध्यमसँ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हमर छविकेँ बिगाड़ल गेल। हमरा सभकेँ इमरजेंसी पर अवश्य विचार करबाक चाही। हम युवाकेँ कहलौंह कि आपातकाल एहि लेल लगाओल गेल, किएक तऽ एकटा परिवारक हितकेँ राष्ट्रीय हितसँ आगू राखल गेल। आइ राष्ट्रीय हितक प्राथमिकता देल जाइत अछि।”
विदेश मंत्री जयशंकर कांग्रस पर निशाना साधैत कहलनि, “संविधान हाथमे रखिकेँ घूमलासँ किछु नहिं होइत अछि। संविधान मनमे हेबाक चाही। कांग्रसक डीएनएमे इमरजेंसी अछि। आइ ओ सब संविधानक बात करैत नीक नै लगैत अछि।”
जयशंकर ऑपरेशन सिंदूरकें लऽ कऽ सभ दलकेँ एकजुट होबए पर प्रसन्नता व्यक्त कएलनि। ओ कहलनि, “हमरा बहुत गर्व महसुस होइत अछि, जखनि हम शशि थरूर, सुप्रिया सुले, कनिमोझी, संजय झा, जय पांडा, रविशंकर प्रसाद आ श्रीकांत शिंदेकेँ नेतृत्वमे संसदीय प्रतिनिधिमंडलकेँ देखैत छी। जखनि हम सब दलकेँ एकजुट भऽ कऽ विश्व पटल पर राष्ट्रीय हितमे बाजैत देखैत छी, हुनका ई कहैत सुनैत छी जे आतंकवाद स्वीकार्य नहि छै आ जखनि सब एक सुरमे कहैत छथि जे हमरा आतंकक खिलाफ अपन रक्षाक अधिकार अछि, तखनि हमरा लेल ओ गर्वक क्षण होइत अछि।”
ओ कहलनि, “प्रत्येक देशमे जतए प्रतिनिधिमंडल गेल, हुनका बताओल गेल जे सबसँ प्रभावशाली बात ई रहल जे सभदल एकजुट भऽ कऽ देशक प्रतिनिधित्व कय रहल छल। ई हमरा लेल एकटा महान क्षण छल।”