राजनीति

विपक्ष पर निशाना साधैत संजय झा गिनौलनि मिथिलाक लेल नीतीश कुमारक काज

मधुबनी समदिया
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मिथिलाक कथित लाल संजय झा एक तीरसँ दोहरा निशाना साधलनि अछि। मिथिला-मैथिलीक लेल बिना नाम लेने विपक्ष आ राजद पर प्रहार करैत तुलनात्मक तथ्य राखैत जदयू आ नीतीश कुमारक काज गिनौलनि अछि आ एहि बहन्ने मिथिलावासीकेँ सेहो स्मरण दियौलनि अछि जे जदयू एवं नीतीश कुमार मिथिला-मैथिली लेल की कयलनि आ कऽ रहल छथि से मिथिलावासी स्मरण करैथ आ देखैथ।

दरअसल बृहस्पतिकेँ राज्यसभा सांसद संजय झा शोसल मिडियाक साइट मेटा (फेसबुक) पर बिना नाम लेने चोटगर शीर्षक संग विपक्ष पर भारी प्रहार करैत पोस्ट कयलनि अछि।

संजय झा लिखलनि, “जी हां, ‘उनका’ दर्द स्वाभाविक है” अर्थात विपक्षक दर्द स्वाभाविक अछि आ अंतमे – ” ‘उनका’ यह दर्द अच्छा है’ अर्थात ‘हुनकर ई दर्द नीक अछि’ केर संग अपन पोस्टक विराम देने छथि।

संजय झा लिखैत छथि, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सालमे ३०० दिन मखान खा रहल छथि। ओ संसदक कार्यवाहीक मैथिली भाषामे ‘त्वरित’ रुपांतर करबा रहल छथि। ओ मिथिलामे नव-नव विकास परियोजना आनि रहल छथि।”

झा कहला, “केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मधुबनी पेंटिंग साड़ी पहिर कऽ बजट प्रस्तुत करैत छथि आ बिहारमे बाढ़ि सुरक्षा एवं सिंचाई सुविधाक योजनाक सङ्ग मखान बोर्डक गठन सन महत्वपूर्ण घोषणा सेहो करैत छथि।”

संजय झा आगू लिखलनि,”मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मिथिलाक महान सपूत ‘जन नायक’ कर्पूरी ठाकुरकेँ ‘भारत रत्न’क सिफारिश करैत छथि आ प्रधानमंत्री एकरा स्वीकार करैत छथि। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मिथिलाक दरभंगामे उड़ान योजनाक अन्तर्गत प्राप्त दूटा हवाई अड्डामेसँ एकटा स्थापित कयलनि। बिहारक दोसर एम्स सेहो दरभंगाकेँ देल गेल अछि।”

आगू सांसद संजय झा ई लिखैत कि ‘ई सूची नमहर अछि’ लिखलनि कि, “एहेन समयमे जखनि राजग केर डबल इंजन सरकार ऐतिहासिक रूपसँ मिथिलाक विकास पर विशेष ध्यान देलक अछि, तखनि ई कोना संभव अछि जे जिनकर केंद्र आ राज्य सरकार लगातार मिथिलाक विकास केर रोकय आ बिहारकेँ ‘बीमारू राज्य’ बनाबय केर कोशिश कयलक ‘हुनका’ दर्द नहिं होय ?

संजय कहलनि, “श्रद्धेय अटल जीक नेतृत्वमे केन्द्र सरकारमे मंत्रीक रूपमे काज करैत नीतीश कुमार २८ फरवरी, २००२ केँ दरभंगामे ‘राष्ट्रीय मखान अनुसंधान केन्द्र’क स्थापना कयलनि, जकर उद्देश्य मखानाक खेतीकेँ बढ़ावा देब आ उत्पादन बढ़ेबाक लेल नव बीयापर शोध करब छल। मुदा, बादमे बनल ‘हुनक’ केन्द्र सरकार एहि अनुसंधान केन्द्रक राष्ट्रीय दर्जा हटा देने छल, जाहिसँ संस्थान केर फंड भेटब बन्द भऽ गेल छल। जखनि केन्द्रमे एनडीए सरकार सत्तामे आयल तखनि एकरा फेरसँ राष्ट्रीय दर्जा देल गेल।

संजय झा बिना नाम लेने राजदक मिथिला-मैथिलीक प्रति करतूत गिनबैत आगू कहलनि, ‘ओ’ १९९० मे बिहारमे सत्ता सम्हारलाक किछुए समय बाद मैथिली भाषाकेँ राज्यक आधिकारिक भाषा आ बीपीएससी केर परीक्षाक भाषाक सूचीसँ हटा देने छल।

संजय झा आगू कहैत छथि, “नीतीश जीक आग्रह पर २००३ मे पूज्य अटल जीक केंद्र सरकार मैथिली भाषाकेँ संविधानक ८म अनुसूचीमे शामिल कयलक, आ तखनि एकरा यूपीएससी द्वारा सेहो मान्यता देल गेल। २००५ मे जखनि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहारक कार्यभार सम्हारलनि तखनि ओ मैथिलीकेँ बीपीएससी भाषाक सूचीमे सम्मिलित कय मिथिलाक भाषाकेँ उचित सम्मान देलनि।”

ओ आगू लिखैत छथि,”केन्द्र आ राज्यमे सत्तामे रहबाक अवधिमे ‘ओलोकनि’ मिथिलामे बाढ़िक प्रभावकेँ कम करबाक लेल आ प्रत्येक वर्ष बाढ़िसँ प्रभावित पैघ जनसंख्याकेँ राहत देबाक लेल कहियो कोनो प्रभावी कदम नहि उठौलनि।बाढ़ि पीड़ितक लेल क्षतिपूर्तिक शुरुआत सेहो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा कयल गेल छल। एकरा लेल मिथिलावासी स्नेहपूर्वक नीतीश कुमारक नाम ‘क्विंटलिया बाबा’ देने छलथि।

एतबहि नहिं प्रहार करैत आगू संजय झा लिखने छथि, “मिथिलाक विकास रोकबाक लेल ‘हुनकालोकनि’ द्वारा कयल गेल निन्दनीय प्रयासक सूची सेहो नमहर अछि ? एहेन स्थितिमे आइ जखनि राजग केर डबल इंजन सरकार मिथिला विकासक पथ पर तेजीसँ आगू बढ़ि रहल अछि तखनि ‘हुनका’ दर्द तऽ हेबे करत। ‘हुनक’ ई दर्द बढ़ियां अछि।”

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