कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा शुक्रदिन लोकसभामे अपन पहिल संबोधनमे मतपत्रकेँ लऽ कऽ केन्द्र सरकारपर निशाना साधलनि।
ओ कहलनि, “मतपत्रसँ चुनाव कराउ, तखनि दूधक दूध आ पानिक पानि बनि जायत।” अहाँ राजनीतिमे न्यायक बात कए रहल छी। अहाँ पाइसंँ सरकार गिरा रहल छी।”
प्रियंका गाँधी आगू कहलनि, “सत्तारूढ़ दलक हमर सहयोगी आइ ठाढ़ भेलाह आ ई सब गिनय लगलाह जे जँ ई भेल तऽ ओ भेल। ई १९७५ मे भेल तऽ अहाँकेँ सीखबाक चाही। अहाँ सभ सेहो अपन गलतीक लेल माफी मांगि लिअ। अहाँ सेहो बैलेट पेपर पर चुनाव कऽ लिअ।”
ओ कहलनि, “विपक्षी नेता पर फर्जी मामिला दर्ज कएल जा रहल अछि। विपक्षी नेताकेँ गिरफ्तार कएल जा रहल अछि।”
केंद्र सरकार पर कटाक्ष करैत ओ कहलनि, “जे लोकक बीच भय पसारैत छथि से स्वयं आइ भयमे जीबि रहल छथि। अङ्ग्रेज शासनकालमे सेहो एहेन भयक वातावरण नहि छल। मुदा, ई देश भयसँ नहि बल्कि साहससँ चलत।”
प्रियंका गाँधी कहलनि, “पहिने राजा लोकनि भेष बदलैत छलाह आ जनताक बीच जाइत छलाह। आब राजा भेष बदलैत छथि, मुदा ओ सार्वजनिक रूपसँ बाहर नहि जाइत छथि आ ने लोकसँ आलोचना सुनब पसन्द करैत छथि। आजुक राजा सार्वजनिक रूपसँ बाहर जयबासँ डरैत छथि। वर्तमानमे ई सरकार आलोचनासँ डरैत अछि। एहेन स्थितिकेँ कोनो कीमत पर स्वीकार नहि कयल जा सकैत अछि। एहि सरकारमे सदनमे चर्चा करबाक साहस नहि अछि।”
अपन संबोधनमे सम्भल हिंसाक उल्लेख करैत ओ कहलनि, “सम्भलक किछु लोक हमरासँ भेँट करबाक लेल आयल छलाह, जे मृतकक परिवारक सदस्य छथि। ओहिमे दूटा बच्चा अदनान आ उजैर छल। ओहिमेसँ एकटा हमर बेटाक उमरिक छल आ दोसर छोट १७ सालक। हुनकर पिता दर्जी छलाह। हुनकर एकमात्र सपना छल जे ओ अपन बेटाकेँ डॉक्टर बनओताह आ हुनकर दोसर बेटा सेहो सफल होयत। १७ वर्षक अदनान हमरा कहलनि जे ओ पैघ भऽ डॉक्टर बनब आ अपन पिताक सपनाकेँ साकार करत। ई सपना आ आशा भारतक संविधान द्वारा हुनक हृदयमे जगाओल गेल अछि।”