ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चामे विदेश मंत्री एस. जयशंकर काल्हि लोकसभामे कहलनि, पहलगाम हमलाक मकसद घाटीमे सांप्रदायिक हिंसा पसारनाइ छल। युएनएनसी पहलगाम आतंकी हमलाक निंदा कयलक आ पाकिस्तानकेँ युएनएनसी (संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद) मे बेनकाब कयल गेल। भारत आतंकक खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाबैत अछि।
ओ कहलनि आतंकी ठिकानाकेँ नष्ट कयल गेल। भारत न्यूक्लियर ब्लैकमेल नहि सहत। भारत आ पकिस्तानक बीच कियो मध्यस्थ नहि छल। नागरिकक सुरक्षा करब हमर अधिकार अछि। टीआरएफ आई वैश्विक आतंकी संगठन घोषित भेल अछि। पाकिस्तान टीआरएफकेँ बचेलक मुदा हम ओकर कोशिश नाकाम कय देलौं। हम पहलगाम आतंकी हमलाक बारेमे पूरा दुनियाकेँ बतेलौंह।
विदेश मंत्री जयशंकर स्पष्ट कयलनि कि 22 अप्रैलसँ 17 जूनकेँ बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंपक बीच सीधा बातचीत नहि भेल। जयशंकर ईहो खुलासा कयलनि कि पाकिस्तान पर भारत केर जवाबी हमलाक बाद भारत लग फोन आबि गेल जाहिसँ पता चलल कि पाकिस्तान आब हारि मानि लेलक। हालांकि भारत ई स्पष्ट कयलक कि एहेन कोनो आग्रह औपचारिक रूपसँ पाकिस्तानक सैन्य परिचालन महानिदेशक (डीजीएमओ) सँ आबय केर चाही। अतः पाकिस्तानक गुहारक बाद कार्यवाही रोकल गेल।
विदेश मंत्री कहलनि जे आईएमएफ सितंबर 2024 मे पाकिस्तानकेँ देल गेल ऋणकेँ मंजूरी दऽ देने छल। पाकिस्तान 60 सँ 70 बेर ऋण मांगने अछि। मोदी सरकारक दौरान पाकिस्तान एफएटीएफके ग्रे लिस्टमे रहल। एफएटीएफ पाकिस्तानकेँ ग्रे लिस्टमे रखन छल। किछु सदस्य चीनक बारेमे पूछने छलाह। हम कहय चाहैत छी जे चीनकेँ पैघ खतरा कहल जाए मुदा कांग्रेसक की विचार अछि ? कारण चीन 2005मे मजबूत भागीदार घोषित भेल छल।
हम चीन गेल रही जे आतंकवादक कड़ा विरोध करबाक चाही। हम कोनो ओलंपिकमे नहि गेलहुं। डोकलाम घटनाक बाद विपक्षक नेता चीनक राजदूतसँ बात कयलनि आ सरकार आओर विदेश मंत्रालयसँ नहि। तखनि हमर सेना चीनी सेनासँ लड़ि रहल छल।
विदेश मंत्री कहलनि, हम एखनि मालदीवसँ वापस आयल छी। ओतय स्वतंत्रता दिवस समारोहमे पीएम मोदी भाग लेलनि। सीमा पार आतंकवाद जारी अछि। ऑपरेशन सिंदूर एकटा नव पहल अछि। आतंकीकेँ प्रॉक्सी नहि मानल जाएत। आतंकवादक कड़ा जवाब देल जायत।