मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान

गीत-संगीत, साहित्यमे चर्चित नाम, मिथिला रत्न, राजकीय-राष्ट्रीय सम्मानसँ सम्मानित मिथिलाक्षर प्रवीण सोनी चौधरी’क अभियानक प्रति उद्गार

बैच २६४ सँ २६६ धरिक अभियानीक जानकारी
*

मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान अपन बाट पर अग्रसर अछि। प्राप्त जानकारीक अनुसार एखनि २८४म बैच चलि रहल अछि। मैपुप्र समदियाकेँ भेजल गेल जानकारीमे बैच २६४ सँ २६६ धरिक ‘मिथिलाक्षर प्रवीण’ अभियानीक जानकारी भेजल गेल अछि, जाहिमे सोनी चौधरीक अभियानक प्रति उद्गार अभियानक महत्ता ओ गरिमा केर प्रकाशित कऽ रहल अछि।

उल्लेखनीय अछि जे गीत-संगीत, साहित्य आदि अनेक विधामे पारंगत सोनी चौधरी एकटा चर्चित व्यक्तित्व छथि। ई डीडी बिहार, मिथिला रत्न, बिहार रत्न, मिथिला विभूति, मिथिला गौरव, संगीत रत्न, तिलकामांझी राष्ट्रीय सम्मान सहित अनेक सम्मानसँ सम्मानित छथि।

सोनी चौधरी जे मिथिलाक्षर साक्षरता अभियानक बैच संख्या २६४ मे ‘मिथिलाक्षर प्रवीण’ भेलैथ, अभियानक संबंधमे अपन उद्गार व्यक्त करैत लिखैत छथि, “कोनो सभ्यता, संस्कृति केर संरक्षण ओ संवर्धनमे मातृभाषा आ मातृलिपि केर ज्ञान अत्यंत महत्वपूर्ण अछि। मिथिलामे देवनागरी लिपि केर भरोसे मातृभाषा मैथिली तऽ सभ दिन पल्लवित आ पुष्पित होइत रहल। मुदा मातृलिपि मिथिलाक्षर केर दैनिक प्रयोगक प्रति अत्यधिक उदासीनताक कारण अधोगति दिसि अग्रसर भऽ विलुप्ति केर कगार पर ठाढ़ भऽ गेल छल। मिथिलाक्षरक ज्ञाताक कमी होयबाक कारणसँ धरोहरि पांडुलिपि सभ पढ़़ल जायब अत्यंत दुरूह भऽ गेल छल। मातृभाषा मैथिली तखनहि जीवंत रहि सकत जखनि मिथिलाक्षर लिपि संरक्षित रहत।
ई जानि अत्यंत गौरव केर अनुभूति होइत अछि जे एहि बात केर संज्ञानमे लैत गुरुदेव पं श्री अजयनाथ झा शास्त्री डुबैत मातृलिपि केर ‘मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान’क नाव पर संरक्षित करबाक भीष्म प्रतिज्ञा लेलनि आ घर-घरमे मिथिलाक्षर लिपि केर ज्ञान पसारय लगलाह। हुनका द्वारा स्थापित मिथिलाक्षर साक्षरता अभियानक पाठशाला कालांतरमे सोशल मीडियाक प्लेटफॉर्म पर सजय लागल आ ‘सिखू-सिखाउ’ केर एहेन क्रांति आयल जे देखिते देखिते मिथिलाक्षरक पहुँच हमरा जनैत आइ प्रायः पच्चीसो लाख लोकक पार तक भऽ गेल अछि। ई हमर सौभाग्य अछि जे सोशल मीडियाक ह्वाट्सएप प्लेटफॉर्म पर गुरुदेवक कृपासंँ हमहूँ अपन धिया-पुता संग ‘मिथिलाक्षर प्रवीण’ भेलहुंँ।
सोशल मीडियाक ह्वाट्सएप प्लेटफॉर्म पर नियमित चलय बला ९० दिनक एहि पाठ्यक्रमक सभकेँ लाभ उठेबाक चाही।
तहिना आम मैथिलक भाषायी पुनर्जागरण निमित्त गुरुजी द्वारा संचालित ‘मैथिल पुनर्जागरण प्रकाश’ दैनिक समाचार पत्र मातृभाषा मैथिली लेल निस्सन स्तंभ साबित भऽ रहल अछि। गुरुदेव पं अजय नाथ झा शास्त्री जीक व्यक्तित्व ओ कृतित्वकेँ नमन करैत मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान आ मैथिल पुनर्जागरण प्रकाश केर निरंतर सफलताक प्रति हार्दिक शुभकामना प्रेषित करैत छी।
..सोनी चौधरी”

मैपुप्र केर प्राप्त जानकारीक अनुसार बैच २६४ मे -: सोनी चौधरी (दिल्ली), नीता झा (जयनगर, मधुबनी), प्रतीक्षा झा (जयनगर, मधुबनी), विशाखा सहनी (शुभंकरपुर, दरभंगा), गुड़िया कुमारी (मुजफ्फरपुर), सोनी लाल (गाजियाबाद)सँ ‘मिथिलाक्षर प्रवीण भेलैथ। बैच २६५ सँ रंजीत झा बेहरा, दरभंगासँ ‘मिथिलाक्षर प्रवीण’ भेलैथ। आ बैच २६६ सँ रागिनी दास (भोपाल), रेखा झा (मधुबनी), कंचन कुमारी (पटना), ऋचा मिश्रा ( दहिला परजुआर, मधुबनी), नीता चौधरी (मधुबनी) सँ ‘मिथिलाक्षर प्रवीण भेलैथ।

परीक्षक सभमे बैच २६४ केर संरक्षिका प्रेमलता झा ६०/१०१, बैच २६५ केर संरक्षक नरेश कुमार दास ३०/४५ आ बैच २६६ केर संरक्षिका ममता झा १०५/१८१ छथि।

मैपुप्र केर उपरोक्त जानकारी उत्कृष्ट वरिष्ठ संरक्षिका रुनू (आभा) मिश्रा, उत्कृष्ट वरिष्ठ संरक्षक कृष्ण कान्त झा, संरक्षक प्रदीप कुमार एवं वरिष्ठ संरक्षक शंकर नाथ मिश्र द्वारा प्राप्त भेल। क्रमशः आगुक जानकारीक लेल मैपुप्र केर आश्वासन भेटल।

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *