पर्यावरण

पीएम मोदी ग्रीन हाइड्रोजन पर दोसर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनकेँ सम्बोधित करैत कहलनि – हम नव आ नवाचार क्षेत्रक कऽ रहल छी अन्वेषण

नई दिल्ली
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प्रधानमंत्री मोदी बुधदिन ग्रीन हाइड्रोजन पर दोसर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनकेँ वर्चुअल रूपसँ सम्बोधित कयलनि। एहि सम्मेलनक उद्देश्य ग्रीन हाइड्रोजन परिदृश्यक विषयमे समझकेँ आओर विकसित केनाइ अछि।

सम्मेलनक उद्घाटन सत्रमे अपन वीडियो सन्देशमे पीएम मोदी कहलनि, “हम नव आ नवाचार क्षेत्रक अन्वेषण कऽ रहल छी। भारत जी-२० मे हरित ऊर्जा पर पेरिसक प्रतिबद्धताकेँ पूरा करयवला पहिल देश अछि।

मोदी कहलनि, “ई प्रतिबद्धता २०३० केर लक्ष्यसँ ९ साल पहिने पूरा भेल छल। पछिला १० सालमे भारतक स्थापित गैर-जीवाश्म ईंधन क्षमतामे लगभग ३०० प्रतिशतक वृद्धि भेल अछि। जी-२० मे हरित हाइड्रोजन पर विशेष ध्यान देल गेल छल। ग्रीन हाइड्रोजन सरप्लस नवीकरणीय ऊर्जा केर मजबूत करत।

प्रधानमंत्री कहलनि, पछिला १० सालमे भारतक सौर ऊर्जा क्षमतामे ३,०००% सँ बेसी केर वृद्धि भेल अछि, मुदा हम एहेन उपलब्धि पर आराम नहिं कऽ रहल छी। हम मौजूदा समाधान केर मजबूत करबा पर ध्यान केन्द्रित कए रहल छी। हम नव आ नवाचार क्षेत्र पर सेहो विचार कए रहल छी। एतहि ग्रीन हाइड्रोजनक चित्र सामने अबैत अछि।

मोदी कहलनि, जलवायु परिवर्तन एकटा वैश्विक समस्या अछि। आइ हम जे निर्णय लैत छी ओकर असर हमर भावी पीढ़ीपर पड़त। सामूहिकता आ नवाचारक शक्तिसँ हम समस्याक समाधान कऽ सकैत छी। ऊर्जा परिवर्तन आ स्थिरता वैश्विक नीतिगत विमर्शक केन्द्र बनि गेल अछि।

मोदी कहलनि, “भारत एकटा स्वच्छ आ हरित ग्रह बनेबाक लेल प्रतिबद्ध अछि। हरित हाइड्रोजन दुनियाक ऊर्जा परिदृश्यमे एकटा आशाजनक वृद्धिक रूपमे उभरि रहल अछि। ई ओहि उद्योगसभकेँ कार्बनमुक्त करबामे सहायता कऽ सकैत अछि जकर विद्युतीकरण करब कठिन अछि। हमरा विश्वास अछि जे ई सम्मेलन बेहतरी लेल बहुत रास विचारक आदान-प्रदानमे मदति करत। मानवता अतीतमे कतेको चुनौतीक सामना कऽ चुकल अछि। प्रत्येक बेर, हम सामूहिक आ नवीन समाधानक माध्यमसँ प्रतिकूलतापर विजय प्राप्त कयलहुँ। सामूहिक आ नवोन्वेषी कार्यक एहि भावनाक सङ्ग हम एकटा स्थायी भविष्यक दिस बढ़ब।”

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