चीन काल्हि शुक्रदिन कहलक कि ओ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जे शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) केर शिखर सम्मेलनमे भाग लेबय आबयवला छथि आ चीनक दौरा करताह, तकर स्वागत करैत अछि, जे एहि महीनाक अंतमे तियानजिन शहरमे आयोजित कयल जायत।
चीनक विदेश मंत्रालयक प्रवक्ता गुओ जियाकुन बीजिंगमे नियमित प्रेस ब्रिफिंगक दौरान कहलनि, “चीन प्रधानमंत्री मोदीकेँ तियानजिन एससीओ शिखर सम्मेलनमे भाग लेबय लेल चीनक दौरा करय केर स्वागत करैत अछि। हमरा सबहक मानब अछि कि सब दलक संयुक्त प्रयाससँ तियानजिन शिखर सम्मेलन एकजुटता, दोस्ती आ फलदायी परिणामक संग आयोजित कयल जायत आ एससीओ एकटा नव उच्च गुणवत्ता वला विकासक दौरमे प्रवेश करत, जाहिमे अधिक एकता, समन्वय, गतिशीलता आ उत्पादकता होयत।”
चीन ३१ अगस्त सँ १ सितंबर धरि तियानजिनमे एससीओ शिखर सम्मेलनक मेजबानी करत। एहि आयोजनमे एससीओ केर सब सदस्य देश सहित २० सँ बेसी देशक नेता आ १० अंतर्राष्ट्रीय संगठनक प्रमुख शामिल होयत। ई एससीओक गठनक बादक सबसँ पैघ शिखर सम्मेलन होयत।
खबरिक अनुसार प्रधानमंत्री मोदी चीनक यात्रा करताह आ 31 अगस्तसँ 1 सितंबर धरि तियानजिनमे होबयवला एससीओ शिखर सम्मेलनमे भाग लेताह।
प्रधानमंत्री मोदी एहिसँ पहिने 2019 मे चीनक दौरा कयने छलाह। एकर अलावा 2024 मे रूसक कजानमे आयोजित ब्रिक्स शिखर सम्मेलनक दौरान चीनक राष्ट्रपति शी जिनपिंगसँ भेंट कयने छलाह।
भारत आ चीनक बीच चारि सालसँ चलि आबि रहल सीमा गतिरोधकेँ समाप्त करबाक दिशामे महत्वपूर्ण प्रगति ओहि समय भेल जखनि दुनू देश लगभग 3500 किलोमीटर नमहर वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर गश्तक लेल समझौता कयलक।
जुलाईमे विदेश मंत्री एस जयशंकर चीनक दौरा कयलनि आ तियानजिनमे आयोजित एससीओ विदेश मंत्री परिषदक बैसारमे भाग लेलनि। एहि दौरान ओ अपन चीनी समकक्ष वांग यीसँ सेहो भेंट कयलनि आ सब विदेश मंत्रीक संग राष्ट्रपति शी जिनपिंगसँ सेहो भेंट कयलनि।
बीजिंगमे आयोजित एससीओ सदस्य देशक सुरक्षा परिषद सचिवक २०म बैसारमे सेहो राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोवाल भाग लेलनि। एही दौरान ओ आतंकवादक खिलाफ दोहरा मानककेँ खतम करय आ संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैबा, जैश-ए-मोहम्मद आ ओकर नेटवर्ककेँ समाप्त करय केर जरूरत पर जोर देलनि।
जनतब देब जे एससीओ एकटा स्थायी अंतर-सरकारी अंतर्राष्ट्रीय संगठन अछि, जकर स्थापना १५ जून २००१ केँ शंघाईमे कयल गेल छल। एकर सदस्य देशमे भारत, चीन, रूस, पाकिस्तान, ईरान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, उजबेकिस्तान आ बेलारूस शामिल अछि।