प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रकेँ भारतक यूपीआई केर बिम्सटेक देश सभक पेमेंट सिस्टमसँ जोड़बाक प्रस्ताव देलथि। एहिसँ समूहक सदस्य देश सभक बीच व्यापार आ पर्यटन बढ़ाबयमे मददि भेटत।
एकर संग-संग सात देश (बांग्लादेश, भूटान, भारत, नेपाल, श्रीलंका, म्यांमार आ थाईलैंड) केर समूहक छठम समिटमे प्रधानमंत्री मोदी स्थानीय मुद्रामे क्षेत्रमे व्यापार बढ़ाबय लेल बिम्सटेक चेम्बर ऑफ कॉमर्स स्थापित करबाक प्रस्ताव देलथि।
प्रधानमंत्री मोदी 28 मार्चकेँ म्यांमार आ थाईलैंड अयलाह। एतय भेल बिम्सटेक समिटमे बंगालक खाड़ी क्षेत्रमे समृद्धि, सुरक्षा आ समावेशिता पर साझा प्रतिबद्धता साकार करबा लेल बैंकॉक विजन 2030 अपनाओल गेल। प्रधानमंत्री मोदी बिम्सटेक समूहक दायरा आ क्षमताकेँ लगातार बढ़ेबाक आवश्यकता पर बल देलथि, गृह मंत्री सभक तंत्रकेँ संस्थागत बनेबाक स्वागत कएल आ भारतमे पहिल बैठक आयोजित करबाक प्रस्ताव देलथि।
ओ आगू कहलथि जे ई मंच साइबर अपराध, साइबर सुरक्षा खतराक, आतंकवाद, संगहि नशीला दवाईक आ मानव तस्करीक विरूद्ध लड़ाइमे महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकैत अछि। एहि संदर्भमे, हम 2025 मे एकर पहिल बैठक भारतमे आयोजित करबाक प्रस्ताव दैत छी।
थाईलैंड द्वारा आयोजित बिम्सटेक समिटमे भारत, बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमार, श्रीलंका आ भूटानक शीर्ष नेता भाग लऽ रहल छथि। प्रधानमंत्री आगू कहलथि जे एकटख स्वतंत्र, खुला, सुरक्षित आ संरक्षित हिंद महासागर हमर साझा प्राथमिकता अछि।
ओ कहलनि, “आइ साइन कएल गेल समुद्री परिवहन समझौतासँ व्यापारिक नौवहन आ माल परिवहनमे सहयोग मजबूत होयत आ व्यापारमे तेजी आओत।” विनाशकारी भूकंपमे भेल जानमालक हानि पर अपन संवेदना ब्यक्त कएलनि आ आपदाक तैयारी, राहत आ पुनर्वास पर सहयोगक लेल भारतमे बिम्सटेक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर डिजास्टर मैनेजमेंटक स्थापना केर प्रस्ताव रखलनि।
एकर अतिरिक्त, प्रधानमंत्री मोदी भारतमे एकटा सस्टेनेबल मैरीटाइम ट्रांसपोर्ट सेंटरक स्थापनाक बात सेहो कयलनि। हुनक कहब छल, “ई केंद्र समुद्री नीतिमे क्षमता निर्माण, अनुसंधान, नवाचार आ समन्वय पर ध्यान केंद्रित करत आ समुद्री सुरक्षामे सहयोगकेँ सेहो बढ़ावा देत।