राज्यसभामे ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चाक दौरान राष्ट्रीय जनता दलक सांसद मनोज झा पहलगाम आतंकी हमलाकेँ देशक सामूहिक पीड़ा बतौलनि। ओ कहलनि जे, एहि हमलामे मारल गेल 26 गोटेक परिवारक पीड़ा मात्र नहि, पूरा देशक पीड़ा अछि।
मनोज झा ऑपरेशन सिन्दूर पर चर्चाकेँ आगू बढ़बैत कहलनि जे परिपक्व लोकतंत्रमे इ अंतर स्पष्ट हेबाक चाही जे सैन्य सेवा आ राजनीतिक नेतृत्व अलग-अलग चीज अछि। ओ कहलनि जे लोकसभामे प्रधानमंत्रीकेँ सरकारक पक्ष पेश करबाक चाहैत छल, मुदा पीएम कहला जे हम भारतक पक्ष पेश करबा लेल सदनमे आयल छी।
झा कहलनि जे हम सब सरकारसँ सवाल पूछने छी, हमर सबहक प्रश्न भारत मातासँ नहि आ नहि सेनासँ अछि। मनोज झा कहलनि जे ‘गवर्नमेंट एज नॉट द नेशन’ चाहे कोनो सरकार होय, ओ राष्ट्रक पर्यायवाची नहि अछि। ओ कहलनि जे काल्हि हमरा सभमे सँ बहुतो गोटे नहि रहब। सरकार सेहो बदलत। पार्टी सब गायब भऽ जायत, मुदा देश तइयो रहत।
संसदमे भेल चर्चाक जिक्र करैत ओ कहलनि जे नेहरूक नाम बेर-बेर घसीटैत अछि। एतेक सालक बादो जँ नेहरू अहाँकेँ परेशान कय रहल छथि तँ एकर मतलब जे ओहि आदमीमे किछु खास छल। ओ जम्मू-कश्मीरक संबंधमे सरकारसँ मांग सेहो कयलनि।
मनोज झा कहलनि जे, जम्मू-कश्मीरकेँ पूर्ण राज्यक दर्जा वापस करय लेल सरकारक समक्ष अर्जी दैत छी। राज्यसभामे ओ कहलनि जे देश एतेक मित्रविहीन कहियो नहि रहल अछि। मनोज झा कहलनि जे, ऑपरेशन सिन्दूरक बाद सद्भावना मिशन विदेश भेजल गेल। ई नीक डेग छल। एहेन मिशन लगातार पठाओल जाय, मुदा एहेन सद्भावना मिशन देशक भीतर सेहो पठाओल जाय।
ओ कहलनि जे, देशमे कोनो मंत्री कर्नलक नाम आ उपनामक आधार पर अपशब्द कहैत अछि। राज्यसभामे बजैत ओ कहलनि जे हम सब प्रधानमंत्रीक संग छी। हमर प्रस्ताव अछि जे हम सब सामूहिक रूपसँ अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंपक बयानक खंडन करि। एहीसँ पहिने ओ कहलनि कि राष्ट्रपति ट्रंप लगातार ई कहैत छथि कि ओ भारत आ पाकिस्तानक बीच युद्धकेँ रोकि देलनि। झा कहलनि जे सदनकेँ अमेरिकी राष्ट्रपतिक एहि बयानकेँ सर्वसम्मतिसँ खारिज कय एकरा झूठ घोषित करबाक चाही।