काठमांडूमे पुलिस संग हिंसक झड़पमे दूटा लोकक मृत्यु भेल आ 100 सँ बेसी राजशाही समर्थनकर्ता गिरफ्तार कएल गेल।
नेपालक आखिरी राजा ज्ञानेंद्रकेँ सरकार द्वारा एकटा पैघ झटका भेटल अछि। सरकार हुनकर सुरक्षामे कटौती कयलक अछि। नेपालमे राजशाही वापस बहाल करबाक लेल प्रदर्शन चलि रहल अछि। मानल जा रहल अछि जे ई प्रदर्शन ज्ञानेंद्र आ हुनकर करीबी द्वारा आरंभ कएल गेल अछि। ओतहि, नेपालक राजधानीमे राजशाही समर्थक विरोध प्रदर्शनक दौरान सार्वजनिक संपत्ति आ पर्यावरणक नुकसानक लेल काठमांडूक नागरिक निकाय पूर्व राजा ज्ञानेंद्र शाह पर जुर्माना लगौने अछि। ई विरोध प्रदर्शन ज्ञानेंद्र शाहक आह्वान पर आयोजित कएल गेल छल, जाहि कारण काठमांडू मेट्रोपॉलिटन सिटी (केएमसी) केर द्वारा काठमांडूक बाहरी इलाका महाराजगंजमे हुनकर आवास पर एकटा पत्र पठाओल गेल। एही पत्रमे केएमसी हुनकासँ 7,93,000 नेपाली रुपया केर मुआवजा देबाक आग्रह कएलक अछि।
सूत्रक अनुसार सरकार हुनकर पासपोर्ट सेहो रद्द करबाक प्रक्रिया शुरू कएने अछि। ई जुर्माना सड़क आ फुटपाथ पर कचराकेँ अनुचित निपटान, संगहि भौतिक संरचनाक नुकसान लेल लगाओल गेल अछि। केएमसी शनिकेँ कचरा प्रबंधन अधिनियम, 2020 आ काठमांडू मेट्रोपॉलिटन सिटी फाइनेंस एक्ट, 2021 केर उल्लंघनक हवाला दैत जुर्माना नोटिस जारी कएलक।
रिपोर्टक अनुसार, काठमांडूक कतेको हिस्सामे शुक्रदिन तनावपूर्ण स्थिति देखल गेल, जखनि राजशाही समर्थक प्रदर्शनकारी पथराव कएलक, एकटा राजनीतिक दलक कार्यालय पर हमला कएलक, वाहनमे आग लगौलक आ काठमांडूक तिनकुनेबनेश्वर इलाकामे दुकान सभमे लूटपाट कएलक।
एहि हिंसक झड़पमे एकटा टीवी कैमरामैन सहित दु व्यक्तिक मृत्यु भेल आ 110 अन्य घायल भ’ गेल।
ज्ञानेंद्र शाहकेँ पठाओल पत्रमे (जकर प्रतिलिपि मीडियाकेँ सेहो देल गेल) केएमसी कहलक, पूर्व सम्राटक आह्वान पर आयोजित विरोध प्रदर्शनमे महानगरक विभिन्न संपत्तिक हानि पहुँचल आ राजधानी शहरकेँ पर्यावरण पर प्रभाव डाललक। एहि आंदोलनक आयोजक दुर्गा प्रसाद एक दिन पूर्व ज्ञानेंद्र शाहसँ भेंट कएने छलथि आ हुनका राजशाही आ हिंदू राज्य केर पुनर्स्थापनाक लेल आंदोलन करबाक आदेश भेटल।
ई घटनाक्रम तखनि भेल, जखनि फरवरीमे लोकतंत्र दिवसक बाद राजशाही समर्थक सक्रिय भ’ गेल छल, जतय ज्ञानेंद्र शाह कहलनि, समय आबि गेल अछि जे हम देशक रक्षा करी आ राष्ट्रीय एकता आनबाक जिम्मेदारी लेब। एहि ठामक बाद राजशाही समर्थक काठमांडू आ देशक अन्य हिस्सा सभमे रैली आयोजित क’ रहल छल। नेपालमे राजशाहीक वापसीक माँग पर हिंसक प्रदर्शन भेल। राजशाही समर्थक लोकनि सरकारकेँ एक सप्ताहक अल्टीमेटम देलक अछि।
जनतब जे नेपालमे 2008 मे समाप्त कएल गेल 240 वर्ष पुरान राजशाहीकेँ बहाल करबाक मांग कयल जा रहल अछि।