मिथिलाक्षर साक्षरता अभियानक ग्यारहम स्थापना दिवस पाक्षिक समारोहक आठम दिन यानि २ अक्टूबरक कार्यक्रममे मोहक प्रस्तुति सभ रहल। शत्रुध्न झा भगवती गीतसॅं शुरुआत कयलैन। आभा मल्लिक सेहो भगवती गीत प्रस्तुत कयलैन। दयाराम प्रसाद अपन स्वरचित कविता सभ दिनक भांति प्रस्तुत कयलैन, हुनकर जेहने रोचक कविता तेहने कविता पाठक कला अद्भुत रहैत अछि, ओ अपना कवितामे गांधीजी आ शास्त्रीजीक जन्मदिन पर आधारित पाठ कयलैन।
प्रेमलता झा अभियानक उत्कृष्ट संरक्षक देवेन्द्र झा द्वारा लिखल ‘तोहर कन्हैया’ आ ‘सब मिल आरती उतारू’ मैथिली आरती आदि गीतक संग सभकेँ मंत्रमुग्ध कयलैनि। कृष्ण कुमार मिश्र कविता पाठ कयलैन।
शंभू नाथ झा प्रदीप जीक लिखल ‘जगदंब अहीं अवलंब हमर’ गउलैन। राघव मिश्र जय जय भैरव गउलैन।
नवम दिन यानि ३ अक्टूबरकेँ समारोहक शुरुआत रुणू झा भगवती गीतक संग कयलैन। ममता झा सेहो भगवती गीत प्रस्तुत कयलैन। राधा कुमारी सेहो भगवती गीत प्रस्तुत कयलैन।
अंजू झा हारमोनियम संग गोसाउनीक गीतक प्रस्तुती कयलैन, संगहि अपन लिखल सामाक गीत गउलैनि। दयाराम प्रसाद चिरपरिचित आवाजमे स्वरचित कविता पाठ कयलनि। प्रेम लता झा भगवती गीत प्रस्तुत कयलनि। दिलीप मंडल खुब अपना अंदाजमे मैथिली लोकगीत आ भगवती गीत, भोला बाबाक गीत प्रस्तुत कयलनि। इन्द्र देव चौधरी सेहो बहुत सुंदर ढंगसॅं भगवती गीत प्रस्तुत कयलैन।
कार्यक्रमक संचालक देवेन्द्र झा कहलनि समयक अभाव छल आ कलाकरक संख्या अधिक जाहि कारने किछु गोटे अपन प्रस्तुति नहिं दs सकलाह।
वरिष्ठ संरिक्षका रूणू झा, संरक्षक नवीन झा सभ दिनक भांति कार्यक्रमक व्यवस्थामे अपन सराहनीय योगदान देलैन। टेक्निकल विभाग सदाक भाँति दीपक आनंद मल्लिक आ संजय मिश्रा सँभारने रहलथि।