मिथिलाक्षर साक्षरता अभियानक ग्यारहम स्थापना दिवस पाक्षिक समारोहक चौदहम दिन यानि ८ अक्टूबरकेँ रात्रि कालीन कार्यक्रम लगभग चरम पर रहल।
कार्यक्रमक शुरूआत प्रेमलता झा भगवती गीतसॅं कयलैन। राधा कुमारी भगवती गीत आ लोक गीतक प्रस्तुत कयलैन। अंजू झा संस्कृतमे स्तोत्र पाठ कयलैन। ममता झा गीतक माध्यमसॅं मिथिलाक्षर सिखबाक आ सिखेबाक प्रस्तुति कयलनि। वरिष्ठ संरक्षक शंभू नाथ झा हनुमान आ राम वन्दनाक प्रस्तुती देलनि।
तखनि चर्चित कवि दयाराम प्रसादक प्रस्तुती शुरू भेल। दयाराम प्रसाद एहेन कवि केर रुपमे चर्चित छथि जे ई बातचीत पर्यंत कखनो किनको संग काव्य शैलीमे कऽ लैत छथि। दयाराम प्रसाद विभिन्न विधाक अपन स्वरचित कविता पाठसँ श्रोतागणकेँ मुग्ध कयने रहलथि। खास कऽ पाठक क्रममे एतेक भावुक भs परदेशियाक परदेशमे स्थितक चित्रण कयलैन जे स्वयं आ सब श्रोता भावुक भs गेल। संगहि दयाराम प्रसाद अपन कविताक माध्यमसॅं एखन धरिक कार्यक्रमक पूरा विवरण सुना देलनि।
पुनः सदाक भाँति अयलाह चिर-परिचित कलाकार दिलीप कुमार मंडल, ओ आबिते भगवती वंदना गाबि श्रोतागणकेँ मुग्ध कयलैन। दिलीप कुमार मंडल एक पर एक गीत गाबि कार्यक्रममे छाप छोरने रहलाह।
कार्यक्रमक संचालक देवेन्द्र झा कहलनि आइ मिथिलाक्षर साक्षरता अभियानक आभियानी गण बहुत नीक ढंगसॅं अपन अपन प्रस्तुत कयलैन। अभियानमे एक पर एक कलाकार छथि।
संरक्षक शंभू नाथ, संरिक्षका रूणू मिश्रा आ संरक्षक नवीन झा प्रोग्रामक व्यवस्थामे अपन सराहनीय योगदान दैत आबि रहल छथि।
टेक्निकल विभागक मजगूत डोर दीपक आनंद मल्लिक आ संजय मिश्रा पुरा मनोयोगसँ निभा रहल छथि।