जनतब जे ०९ अक्टूबर मिथिलाक्षर साक्षरता अभियानक स्थापना दिवस अछि, जे कि एहि बेर एग्यारहम स्थापना दिवसक रुपमे मनाओल जाएत। एकर रुप-रेखा आदि कोना की रहत ताहि लेल शुक्रकेँ अभियानी गणक एकटा ऑनलाइन बैसार भेल।
बैसारमे ई चर्चा भेल जे हर वर्षक भांति मिथिलाक्षर पखवाड़ामे अभियानी गण अपन मिथिलाक्षर लेखन एवं अभियानक अनुभव आदि वा अन्य विशेष प्रस्तुति पंद्रह दिन तक विशेष रूपसँ देथिन।
२५ सितम्बरसँ ०९ अक्टूबर अर्थात मिथिलाक्षर दिवस धरि ‘मिथिलाक्षर पखवाड़ा’क रुपमे जानल जाइत अछि, मनाओल जाइत अछि।
चुंकि मिथिलाक्षर साक्षरता अभियानी ग्लोबल छथि, अर्थात धरातल मिथिला सहित देशक विभिन्न शहर-नगर-महानगरमे संगहि लगभग २१ टा देशमे मिथिलाक्षर साक्षरता अभियानी छथि, फलतः स्थापना दिवस समारोह ऑनलाइन मनाबय पर विशेष बल रहैत छैक, मुदा अभियानीगण निज स्थानसँ स्वयं वा समूहमे सेहो उद्घाटने अर्थात २५ सितम्बरेसँ अपन-अपन स्तरसँ मनेबाक प्रस्तुति शोसल मिडियाक विभिन्न प्लेटफार्म पर शेयर करैत छथि। मुख्य रुपसँ फेसबुकक ‘मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान’क समूह मुख्य स्थल रहैत अछि।
बैसारमे पन्द्रहो दिन रात्रि ०८ सँ १० धरि एकटा सामुहिक ऑनलाइन सांस्कृतिक कार्यक्रम जे प्रायः जूमक माध्यमसँ फेसबुकक ‘मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान’क समूहमे प्रसारित होयत, तकर तैयारीक चर्चा भेल। अभियानक कलाकार सभ वा अन्यो कलाकार सभकेँ प्रस्तुतीक तैयारी आ संगहि कार्यक्रमक रीच बढ़ाबय लेल सभ अभियानीक प्रयास पर विस्तारसँ चर्चा भेल, ताकि मिथिलाक्षरक चर्चा एहि केर माध्यमसँ छुटलाहा सभमे होइन आ कलाकार उत्साहित होइथ। अर्थात फेसबुकक ‘मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान’क समूहमे जँ लाइव कार्यक्रम भऽ रहल अछि तऽ ओकर लिंक शोसल मिडियाक अधिकाधिक समूह आदि ओ सभ प्लेटफार्म पर अभियानी सभक द्वारा शेयर कयल जाए, तकर चर्चा पर बल देल गेल।
संगहि क्रियेटिव कार्यक्रम संबधी आर बहुत रास तैयारी पर चर्चा भेल, जे आगुक बैसारमे क्रियारुपक लेल निर्णय होएत।
चर्चामे वक्ता लोकनिमे क्रमशः देवेंद्र झा, रुनू (आभा) मिश्रा, प्रदीप कुमार, माधुरी झा, आभा मल्लिक, दीपक आनंद मल्लिक, कृष्ण कान्त झा, सुधीर यादव, सरोज कुमार, उज्जवल कुमार, शत्रुघ्न कुमार, स्वेता, अंजू झा, दीपक कुमार, कृष्ण कुमार, संजय झा राकेश कुमार दास आदि छलथि। संस्थापक अजय नाथ झा शास्त्रीक अध्यक्षतामे बैसार भेल।