‘मिथिला सांस्कृतिक परिषद, हैदराबाद’ विगत ३२ वर्ष अर्थात् 1992 सँ सिकन्दराबाद – हैदराबाद नगरद्वयक प्रवासी मैथिल सभक बीच संपर्क-सेतुक रूपमे सामाजिक, सांस्कृतिक एवं साहित्यिक गतिविधि एवं विभिन्न प्रकारक आयोजनक माध्यमसँ मैथिल अस्मिताक पहिचान बनल अछि। ईस्वी सन् 2014 सँ परिषद द्वारा प्रतिवर्ष सम्मान-वर्षसँ पूर्वक तीन वर्षमे प्रकाशित मैथिली एवं एकर आंगिक बोलीक विशिष्ट साहित्यिक कृतिकेँ “तिरहुत साहित्य सम्मान” प्रदान करबाक निर्णय लेल गेल छल । 2014 सँ आरम्भ भेल ई क्रम 2020 मे कोरोनाजन्य विवशताक कारण टूटल अवश्य किन्तु 2021 सँ पुनः अनवरत अछि।
प्रतिवर्ष ई सम्मान वर्षांतक रवि दिनकऽ आयोजित होमय वला परिषदक वार्षिकोत्सव “विद्यापतिपर्व समारोह”क अवसर पर प्रदान कएल जाइत अछि जकरा अंतर्गत चयनित कृतिक रचनाकारकेँ अंगवस्त्र, पाग, श्रीफल, पदक एवं नगद राशि जे 15000/- सँ क्रमिक रूपेँ बढ़ैत आब 51000/- धरि पहुँचल अछि, अर्पित कएल जाइत अछि। एहि वर्ष अर्थात ‘तिरहुत साहित्य सम्मान २०२४ लेल सुपौलक अरविन्द ठाकुरकेँ हिनक गद्यसंग्रह ‘रोशनाइक लोकपक्ष’ लेल चयन कयल गेल अछि।
‘तिरहुत साहित्य सम्मान’क आरम्भ वर्ष 2014 सँ आइ धरिक सम्मानित कृति एवं रचनाकारक सूची एहि प्रकारसँ अछि -:
1) 2014 : कृति —विज्ञानक बतकही (वैज्ञानिक निबंध/आलेख /कथा /गल्प आदि) रचनाकार : श्री योगेन्द्र पाठक वियोगी
2) 2015 : बड़की काकी एट हाॅटमेल डाॅट काॅम (कथासंग्रह) : स्व. श्याम दरिहरे
3) 2016 : भाषा विचार एवं मैथिलीक प्राचीन साहित्य (शोध प्रबंध) : आचार्य रामचैतन्य ‘धीरज’
4) 2017 : सोनाक खोप (कथासंग्रह) : श्री हीरेन्द्र कुमार झा
5) 2018 : निनाद (नाट्यालोचना) : श्री कमलमोहन ‘चुन्नू’
6) 2019 : समकालीन नाटक (कथासंग्रह) : श्री रमेश
(2020 मे कोरोनाजन्य बाध्यताक कारण ई सम्मान नहिं देल जा सकल)
7) 2021 : हम कोशिकन्हाक एकटा कवि (कविता संग्रह) : श्री अजित आजाद
8) 2022 : ओ छौंड़ी (कथासंग्रह) : डाॅ. अभिलाषा
9) 2023 : कनियाँ एक घुँघरुआ वाली (उपन्यास) : विभा रानी
10) 2024 (वर्तमान वर्ष) : रोशनाइक लोकपक्ष (कथेतर गद्य) : श्री अरविन्द ठाकुर