भारतीय जनता पार्टीक नेता सभक दावा अछि कि पश्चिम बंगालक मुख्यमंत्री ममता बनर्जीकेँ चुनाव आयोगक नव मतदाता सूची संशोधन नियम पर नकारात्मक टिप्पणी हुनक डरकेँ दर्शाबैत अछि। हुनका आशंका अछि कि बांग्लादेशी घुसपैठिया वला हुनक समर्पित वोट बैंक खतम भऽ सकैत अछि।
बृहस्पतिकेँ ममता बनर्जी कहलनि जे एहि साल बिहार विधानसभा चुनावसँ पहिने ईसीआई केर नव दिशा-निर्देश जारी भऽ गेल अछि, मुदा वास्तविकतामे इ नियम मुख्य रूपसँ पश्चिम बंगालकेँ लक्षित करैत अछि, जतय अगिला साल चुनाव होयबाक अछि।
हुनका ईहो आशंका अछि कि ई नव नियम राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) केँ लागू करय केर दिशामे एकटा डेग भऽ सकैत अछि।
पश्चिम बंगाल विधानसभामे विपक्षी नेता सुवेन्दु अधिकारी काल्हि शुक्रदिन आरोप लगेलनि कि मुख्यमंत्रीकेँ आशंका अछि जे रोहिंग्या पृष्ठभूमि वाला लोग सहित अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियाकेँ आब हटा देल जायत आ एहि कारने ओ आयोग पर हमला कय रहल छथि।
ओ कहला जे हम ईसीआई केर दिशा निर्देशक स्वागत करैत छी, हम चाहैत छी जे मतदाता आईडी आधार कार्डा जुड़ल होय। हमरा सबकेँ बायोमेट्रिक चाही। मुख्यमंत्री डेरा गेल छथि, किएककि ईसीआई केर पहलक कारने आब हुनक कतेको समर्पित वोट बैंक हटा देल जाएत।
हालहिमे दक्षिण २४ परगना जिलाक काकद्वीप अनुमंडलसँ न्यूटन दास नामक एगो व्यक्तिकेँ आयोग द्वारा भारत आ बांग्लादेश दुनू देशक मतदाता सूचीमे शामिल भेटत। एकर बाद भारतक मतदाता सूचीसँ हुनक नाम हटा देल गेल।
भाजपा केर आईटी सेल प्रमुख आ पश्चिम बंगाल केर पार्टी केर केंद्रीय पर्यवेक्षक अमित मालवीय सेहो ईसीआई केर नियमक डरक मुख्यमंत्री केर टिप्पणी पर तंज करैत कहलनि, मुख्यमंत्री केर ई आरोप कि ईसीआई केर दिशा-निर्देश एनआरसीकेँ लागू करब पहिल कदम अछि, आश्चर्यजनक आ गैर जिम्मेदाराना अछि।
आब सवाल उठैत अछि जे, ममता बनर्जी वा विपक्ष कियैक घबरा गेल छथि ? की हुनका चिंता अछि जे बरखि भरिसँ बेलगाम घुसपैठ आ तुष्टीकरणक माध्यमसँ जे फर्जी वोट बैंक बनल अछि, आब ओकर जांच भऽ रहल अछि ?”
मालवीय एकटा बयानमे कहला जे स्वच्छ आ सटीक मतदाता सूची सुनिश्चित करब एनआरसी नहि अछि, इ चुनावी अखंडता अछि, केवल ओ लोक जे अवैध वोट पर पनपैत छथि, ओ व्यवस्थाकेँ साफ करबासँ डरैत छथि।