सुरक्षा मलेगांव विस्फोट मामिलामे एटीएसक पूर्व निरीक्षकक दावा,आरएसएस प्रमुख भागवतक गिरफ्तारीक छल दबाव, भगवा आतंकवाद साबित करबाक साजिश August 2, 2025 Maithil Punarjagran Prakash नई दिल्ली * मालेगांव विस्फोट मामिलामे 31 जुलाईकेँ एनआईए स्पेशल कोर्टक फैसलासँ एक बेर फेर राजनीतिक उथल-पुथल आबि गेल अछि। सब 7 आरोपीकेँ बरी भेलाक बाद आब महाराष्ट्रक पूर्व एटीएस इंस्पेक्टर महबूब मुजावर सनसनीखेज दावा कयलनि। जे हुनका पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवतकेँ गिरफ्तार करय केर दबाव बनाओल गेल छल। ओ आरोप लगौलनि जे भगवा आतंकवादक सिद्धांत गढ़बाक लेल एहेन साजिश रचल गेल। पूर्व निरीक्षक मुजावर कहलनि जे, हमरा लग एहेन दस्तावेज अछि जे एहि बातक पुष्टि करैत अछि जे हमरा मोहन भागवतकेँ गिरफ्तार करय लेल कहल गेल छल। ई आदेश हमरा मौखिकक संग-संग दस्तावेजी रूपमे सेहो देल गेल छल। मुदा हमरा बुझल छल जे एहिमे कोनो सच्चाई नहि अछि। ताहि लेल हम कोनो गलत कदम नहि उठौलहुं। मुजावर एही बातकेँ साफ-साफ कहलनि कि ओ कहियो एहि साजिशक हिस्सा नहि रहलाह, कारण हुनका शुरूसँ पता छल कि ई सब मनगढ़ंत भऽ रहल अछि। ओ कहलनि जे, भगवा आतंकवाद नहि छल, सबटा नकली छल, मोहन भागवत सन व्यक्तिकेँ गिरफ्तार करब हमर क्षमता आ नैतिकतासँ बाहर छल। 31 जुलाईकेँ जखनि एनआईएक विशेष अदालत सबटा आरोपीकेँ बरी कय देलक तखनि मुजावर एहि फैसलाकेँ ‘एकटा फर्जी अधिकारीक फर्जी जांचकेँ उजागर करब’ कहलनि। ओ कहलनि जे, एटीएस की आ किएक जांच कयलक से हम नहि कहि सकैत छी, मुदा हमरा जे गोपनीय आदेश देल गेल छल ओहिमे राम कलसंगड़ा, संदीप डांगे, दिलीप पाटीदार आ मोहन भागवतक नाम शामिल छल। २९ सितम्बर २००८ केँ मालेगाँवमे विस्फोट भेल छल, जाहिमे ६ गोटेक मृत्यु भेल छल आ १००सँ बेसी लोक घायल भेल छल। प्रारंभिक जांच महाराष्ट्र एटीएस कयने छल, जाहिमे साध्वी प्रज्ञा, कर्नल पुरोहित सहित बहुतो लोककेँ आरोपी बनाओल गेल छल बादमे 2011मे इ मामिला राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए)केँ सौंपल गेल। आब 16 साल बाद कोर्ट सबूतक अभावमे सबटा आरोपीकेँ बरी कय देलक। पूर्व एटीएस अधिकारीक एहि बयानक बाद राजनीतिक हलकामे हलचल मचि गेल अछि। जँ सचमुच कोनो शीर्ष संगठन प्रमुखकेँ झूठ आरोपमें फंसाबय केर कोशिश कयल गेल छल तँ ई जांच एजेंसी केर विश्वसनीयता आ कानूनी प्रक्रियाक पारदर्शिता पर एकटा पैघ सवाल अछि। Spread the love