पौष पूर्णिमाक पहिल स्नान पर्वक डुबकीक संग १३ जनवरीसँ कल्पवासक आरम्भ होयत, मुदा पुण्यक कमाइ लेल संगमक रेत पर घर स्थापित करबाक लेल शुक्रदिन धरि देशक कोन-कोनसँ कल्पवासी जमा भेल छथि।
पांटून पुलसँ लऽ कऽ चकर्ड प्लेट मार्ग धरि तिल मात्र रखबाक लेल कोनो जगह नहि बचल अछि। एहिसँ महाकुम्भ दुनियाक सबसँ पैघ आयोजनक रूपमे गूंजि रहल अछि। एक मासक घर लऽ कऽ ट्रैक्टर-ट्रॉली पर लोक शिविरमे आबय लागल छथि।
एक दिनक बाद पौष पूर्णिमाक पहिल डुबकीक संग एक मास धरि चलयवला जप, तप आ ध्यान मेला शुरू होयत। एकरा लेल देश आ दुनियाक कोन-कोनसँ कल्पवासी अपन पोता-पोती, बेटा-बहू, संगी-साथी, अरिजन-परिजनक संग निकलल छथि।
शुक्रदिन अमेठीक शिवराम त्रिपाठी अपन पत्नी सुनयना देवीक संग पूरा साजो-सामान लऽ कऽ पहुँचलाह, जखनि कि गोरखपुरक सेवानिवृत्त सीएमओ राजेन्द्र प्रसाद त्रिपाठी लम्बा संघर्षक बाद अपन परिवारक संग देर राति सेक्टर १८ स्थित अपन कलवासी शिविर पहुँचलाह।
तहिना जौनपुर, बलिया, देवरिया, आजमगढ़, वाराणसी, रीवा आ बिलासपुरसँ पैघ संख्यामे कल्पवासी बाँस, लकड़ी आ परालक बीच अपन घर लऽ कऽ देर राति धरि शिविर पहुँचलाह।
प्रत्येक कुंभक भांति श्रद्धालु मिथिलावासी सेहो झुंडक झुंड कुम्भमे पहुँचय केर समाचार अछि।
मेला प्रशासन तैयारीकेँ अंतिम रूप देबामे व्यस्त अछि आ कल्पवासी लोकनि अपन गृहस्थी सजाबयमे जुटी गेल छथि। गंगा-यमुनाक तट पर स्नान घाटसँ संगमक सर्कुलेटिंग एरिया क्षेत्र धरि पुआल बिछयबाक काज तेज कऽ देल गेल अछि, जाहिसँ बालु पर थाल नहि पसरि जाय आ स्नान करयवलाकेँ ठंढासँ बचायल जा सकय।
एकर संगहि सभ २५ सेक्टरमे पांटून पुलक प्रवेश आ वापसी मार्गक अतिरिक्त चौराहा, चौराहा पर पुलिस आ अर्धसैनिक बलक जवान तैनात कयल गेल अछि। एहि ठंढामे भक्तलोकनिक स्वास्थ्यक देखभाल करबाक लेल पैघ संख्यामे डॉक्टर आ पैरामेडिकल स्टाफ सेहो तैनात कयल गेल अछि।