भारत रत्न कर्पूरी ठाकुरक जयन्ती पर हुनक योगदानक चर्चा करैत उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ कहलनि जे ओ एहेन दूरदर्शी व्यक्ति छलाह, जे वर्तमानमे काज करय केर संग भविष्यक विषयमे सेहो चिन्ता करैत छलथि। आरक्षण लागू करबामे हुनका कोनो विरोधक परवाह नहि छलनि।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ शनिदिन भारत रत्न कर्पूरी ठाकुरकेँ हुनक १०१म जयन्तीक अवसर पर आयोजित स्मृति कार्यक्रममे सामाजिक न्यायक मसीहा बतौलनि। बिहारक समस्तीपुरमे मुख्य अतिथिक रूपमे जगदीप धनखड़ कहलनि जे ओ सत्ताक राजनीतिमे परिवारवादक विरोध कयलनि आ आरक्षण लागू कऽ एकटा पैघ जनसंख्याक लेल नव संभावनाक द्वार खोललनि।
स्मृति कार्यक्रममे अपन संबोधनमे कर्पूरी ठाकुर हुनका भारतक महान सपूत कहलनि। ओ कहलनि जे अपन छोट अवधिमे कर्पूरी ठाकुर सामाजिक आ राजनीतिक परिवर्तनक एकटा नव इतिहास लिखलनि। सदीक जड़ता टूटल। ओ एहेन महापुरुष छलथि जे समता युगक नव शुरुआत कयलनि आ अपन जीवन समाजक हाशिया पर रहनिहार लोकक लेल समर्पित कऽ देलनि।
उपराष्ट्रपति आगू कहलनि जे आदर्श व्यक्तित्वक उदाहरण की होइत अछि से जानबा लेल हमरा कर्पूरी ठाकुरक जीवन देखबाक चाही। हुनक त्याग, हुनक समर्पण सब उत्तम उदाहरण अछि। ओ एकटा राष्ट्रीय नेता छलाह जे जाति, धर्म आ वर्गक परवाह कएने बिना समानता आ विकास पर ध्यान केन्द्रित कयलनि।
ओ कहलनि जे कर्पूरी ठाकुर वर्तमानक सङ्ग-सङ्ग भविष्यक विषयमे सेहो सोचलनि। ओ देशक पहिल मुख्यमंत्री छलाह जे शिक्षा पर ध्यान देलनि, ओ देशक पहिल मुख्यमंत्री छलाह जे राज्यमे मैट्रिक धरि शिक्षा निःशुल्क कयलनि।
एहि अवसर पर राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, कृषि आ किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान, डॉ. हरिवंश, रामनाथ ठाकुर, भगीरथ चौधरी, नित्यानंद राय सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित छलथि।