जदयू नेता केसी त्यागी कहलनि कि बंगालमे केंद्रीय बल सभक बिना शांति होयब एखनि मुश्किल लगैत अछि। निहत्था लोक सभकेँ मारब-पीटब असंवैधानिक अछि।
राजद सांसद मनोज झा कहलनि जे भऽ रहल अछि से दुर्भाग्यपूर्ण अछि, शांतिपूर्ण प्रतिरोध हेबाक चाही। ममता बनर्जीक प्रशासन हिंसा केर नियंत्रण करत। प्रधानमंत्रीकेँ चुप्पी तोड़य केर समय आबि गेल अछि।
वक्फ संशोधन विधेयकक विरूद्ध पश्चिम बंगालक मुर्शिदाबादमे हिंसक विरोध प्रदर्शन भेल। गाड़ी सभमे आगि लगाओल गेल, दुकान आ घरमे तोड़फोड़ करैत लूटि लेल गेल। एखन धरि 3 लोकक जान जा चुकल अछि। ओतहि करीब 15 पुलिसकर्मी घायल भ’ चुकल छथि आ 150 लोककेँ गिरफ्तार क’ लेल गेल अछि।
एहि बीच मुर्शिदाबाद हिंसा पर देशमे राजनीति सेहो तेज भऽ गेल अछि। एहि कड़ीमे मुर्शिदाबाद हिंसा पर जदयू नेता केसी त्यागीक प्रतिक्रिया आयल अछि। ओ कहलनि कि मुर्शिदाबादक घटना संपूर्ण देशकेँ अचंभित आ दुखी क’ देलक अछि।
ओ कहलनि जाहि तरहक नग्न नाच ओतय केर सड़क पर भेल, निहत्था लोककेँ पीटल गेल, गोली चलाओल गेल लोक मारल गेल, से संपूर्ण देशकेँ स्तब्ध क’ देलक अछि। केंद्रीय बल सभक बिना ओहिठाम शांति भेनाइ एखनि मुश्किल लगैत अछि।
मीडियासँ बातचीतक क्रममे जदयू नेतासँ पूछल गेल कि बीजेपी केर नेता कहि रहल छथि कि पश्चिम बंगालक मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कहि रहल छथि कि वक्फ संशोधन विधेयक बंगालमे लागू नहि होयत आ शांतिक सभसँ अपील कएलनि अछि। एहि पर ओ कहला कि बंगालमे वक्फ एक्ट लागू नहि होएत, ई राज्यक अधिकार छै, मुदा ओकर आड़मे निहत्था लोककेँ मारब-पीटब असंवैधानिक अछि।
ओतहि राष्ट्रीय जनता दल सांसद मनोज कुमार झाक सेहो मुर्शिदाबाद हिंसा पर प्रतिक्रिया आयल अछि। ओ कहला कि जे कुछ भ’ रहल अछि, ई दुर्भाग्यपूर्ण अछि, रौंगटा ठाढ़ भ’ जाएत अछि, ई नै होयबाक चाही। हम अपन दलक तरफसँ प्रत्येक व्यक्तिसँ निवेदन करब जे शांतिपूर्ण प्रतिरोध होय। गांधीजी जे कहि क’ गेल छथि, ओहि मार्ग पर चलू। मामिला न्यायालयमे अछि। हमर दल सेहो याचिकाकर्ता अछि, मुदा हिंसक प्रदर्शन नै होयबाक चाही।
ओ आगू कहला कि ममता बनर्जीक प्रशासन हिंसा केर नियंत्रित करत। मीडिया संग बातचीतक दौरान हुनकासँ पुछल गेल जे बीजेपी कहि रहल अछि जे मुर्शिदाबादमे हिंदू सुरक्षित नहि अछि, एहि पर ओ कहला जे हमर तऽ मानब अछि जे कतेको जगह ई काट खेल भऽ गेल, घिसि चुकल अछि। प्रधानमंत्रीकेँ चुप्पी तोड़य केर समय आबि गेल अछि। देशक सामाजिक सौहार्द समस्त राज्य सरकार सभ आ केंद्रक जिम्मेदारी अछि। ओहि सौहार्दक कीमत पर अपन वोटक फसल नहि देखू, इएह हाथ जोड़ि कऽ विनती अछि।