राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, जे अफ्रीकी देशसभक अपन तीन देशक यात्राक अन्तिम चरणमे मलावी पहुँचलीह, कहलनि जे भारतसँ बाहर हुनक देशवासीसभक कल्याण हुनक सरकारक सर्वोच्च प्राथमिकता अछि। हुनकर सरकार भारतीयसभक चिन्ताकेँ दूर करबाक लेल आ हुनकर सुरक्षा, कल्याण आ उन्नति सुनिश्चित करबाक लेल दुनिया भरिक हमर भागीदारसभक सङ्ग काज करबाक लेल प्रतिबद्ध अछि।
ओ कहलनि जे भारत आपसी विश्वास, समानता आ पारस्परिक लाभक सिद्धान्तक आधार पर अफ्रीकी महाद्वीपक सङ्ग हमर साझेदारीकेँ महत्व दैत अछि। अफ्रीकाक संग सहयोगक हमर मॉडल स्थानीय संसाधनक उपयोग आ क्षमता निर्माण अछि। ई अफ्रीकाक आवश्यकताकेँ प्राथमिकता देबा पर आधारित अछि।
राष्ट्रपति मुर्मू कहलनि जे ग्लोबल साउथक एकटा अग्रणी सदस्यक रूपमे भारत दुनियाक दू तिहाई जनसंख्याक हितक प्रतिनिधित्व करबाक अपन भूमिकाकेँ गम्भीरतासँ लैत अछि। मलावीमे अहाँ सबहक बीच उपस्थित भेलासँ प्रसन्नताक अनुभव भऽ रहल अछि। भारत आ मलावीक राजनायिक सम्बन्धक ६० वर्ष पूरा भऽ गेल अछि।
ई संबंध ऐतिहासिक अछि। मलावीक सङ्ग भारतक गहींर सांस्कृतिक सम्बन्ध सेहो अछि।
स्टेट हाउसमे मलावीक राष्ट्रपति लाजर मैक्कार्थी चकवेरा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मूक गर्मजोशीसँ स्वागत कयलनि। दुनू नेता भारत-मलावी सम्बन्धकेँ मजबूत करबाक सङ्ग-सङ्ग कतेको अन्य मुद्दापर चर्चा कयलनि। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू लिलोंग्वेमे राष्ट्रीय युद्ध स्मारकक दौरा कयलनि। ओ पहिल आ दोसर विश्वयुद्ध आ अन्य सैन्य अभियानक दौरान अपन प्राणक बलिदान देनिहार सैनिक आ नागरिकसभकेँ पुष्पांजलि अर्पित कयलनि। राष्ट्रपति ओहि भारतीय सैनिकसभकेँ सेहो श्रद्धांजलि देलनि जिनकर बलिदानक मूल्य एहि स्मारकमे अछि। राष्ट्रपति मुर्मू मलावीक पहिल राष्ट्रपति डॉ. हेस्टिंग्स कामुजुक समाधि पर पुष्पांजलि सेहो अर्पित कयलनि।