संयुक्त राष्ट्रक सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) वैश्विक आतंकवाद पर अपन नवीनतम निगरानी रिपोर्टमे पहलगाम आतंकी हमलामे अपन भूमिका लेल आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) केर सहयोगी कंपनी द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) केँ नामित कयल गेल अछि।
यूएनएससी केर निगरानी समिति 24 जुलाईकेँ प्रकाशित अपन रिपोर्टमे पहलगाममे 22 अप्रैलकेँ भेल आतंकी हमलामे लश्कर-ए-तैयबासँ जुड़ल कंपनीकेँ नाम देने अछि। जाहिमे 26 निर्दोष पर्यटकक मौत भऽ गेल छल। रिपोर्टमे ई सेहो कहल गेल अछि कि क्षेत्रीय संबंध नाजुक अछि आ आतंकी समूह एहि तनावक फायदा उठा सकैत अछि।
ई कदम भारत लेल एकटा आर कूटनीतिक जीत मानल जा रहल अछि, हालमे अमेरिका टीआरएफ विदेशी आतंकी संगठन घोषित कय भारत केर वैश्विक आतंकवाद विरोधी अभियानक समर्थन कयलक।
रिपोर्टमे कहल गेल अछि जे टीआरएफ ओही दिन हमलाक जिम्मेदारी लेलक आ हमला स्थलक तस्वीर सेहो प्रकाशित कयलक। दोसर दिन टीआरएफ फेर जिम्मेदारी लेलक, मुदा 26 अप्रैलकेँ ओ अपन दावा वापस लऽ लेलक। एकर बाद टीआरएफक दिसिसँ कोनो बयान नहिं आयल आ कोनो अन्य समूह हमलाक जिम्मेदारी नहि लेलक।
भाजपा केर आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय एही रिपोर्टक हवाला दैत कांग्रेस पार्टी पर आरोप लगौलनि कि पाकिस्तान आतंकीकेँ आश्रय दैत अछि आ सुरक्षाक मुद्दा पर दोहरी मानक अपनाबैत अछि।
ओ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम केर हालक बयान पर सवाल उठैलनि, जाहिमे पहलगाम हमलावर केर पाकिस्तानी मूल पर हुनका शक छल।
मालवीय एक्स पर पोस्ट कयलनि, “संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद केर निगरानी समिति रिपोर्ट कहलक अछि कि पाकिस्तान स्थित आतंकी समूह लश्कर-ए-तैयबा केर प्रॉक्सी ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ) कश्मीर केर पहलगाममे हाल केर हमलाक आयोजक छल।तईयो कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ई पूछय केर हिम्मत कयलनि कि ‘ई सब पाकिस्तानसँ आयल से की सबूत अछि?’ 18 जुलाई 2025 केँ अमेरिका द रेजिस्टेंस फ्रंट पर प्रतिबंध लगा एकरा वैश्विक आतंकी संगठन घोषित कय देलक।