मान्यता अछि जे एहि मार्गसँ भगवान श्रीराम त्रेता युगमे सीता स्वयंवरमे सम्मिलित होबय लेल राजा जनकक नगरी जनकपुर गेल छलथि आ माँ अहिल्याक उद्धार कयलनि। गामक बुजुर्गक अनुसार श्री राम, लक्ष्मण आ महर्षि विश्वामित्र एतय विश्राम कयलनि आ मधुर फलक सेवनसँ प्रसन्न भऽ एहि स्थानक नाम मधुर-पुरी रखलनि। किछु समयक बाद ई गाम मधुपुरक नामसँ जानल जाय लागल।
मधुपुर गाममे एकटा बहुत प्राचीन शिवालय स्थित अछि। एहि शिवालयक आसपासक लोकक पैघ मान्यता अछि। एहि परिसरमे माँ श्यामाक मन्दिर सेहो स्थित अछि। प्रत्येक वर्ष दीपावलीक दिन एतय भव्यताक संग माँ काली पूजनोत्सवक आयोजन कयल जाइत अछि। ५ दिनक एहि पूजामे माँ कालीक पूजा करबाक लेल हजारो लोक उपस्थित रहैत छथि।
एहि पूजाक प्रसिद्धि एतेक बढ़ि गेल अछि जे एतय नहिं मात्र लगपासक गामसँ अपितु दूरस्थ क्षेत्रसँ सेहो भक्तलोकनि जमा होबय लगलाह अछि। माँ श्यामाकेँ संतानदायिनी माताक नामसँ सेहो जानल जाइत अछि। मान्यता अछि जे माँ श्यामाक मन्दिरमे आबयवला भक्तलोकनिक मनोकामना अवश्य पूरा होइत अछि। शिवश्यामा धाम धर्मार्थ सेवा ट्रस्टक तत्वावधानमे मन्दिरमे नियमित पूजा आ अन्य व्यवस्थाक निगरानी होइत अछि।
प्रत्येक वर्षक भांति एहू वर्ष शिव श्यामा धाम परिसर में ५ दिवसीय भव्य कार्यक्रमक आयोजन कयल जा रहल अछि। अहि क्रममे ३० अक्टूबरकेँ विशाल कलशयात्राक आयोजन कयल गेल अछि, जाहिमे हजारो बालिका कलश भरतीह। दिनांक ३१ अक्टूबरकेँ मध्य रात्रिमे मां श्यामाक अति विशिष्ट पूजा निशा पूजा होयत। प्रत्येक दिन प्रातः ११ बजे आ संध्या ७ बजे भव्य महाआरतीक आयोजन होयत। दिनांक १ अक्टूबरकेँ आल्हा-उदलक कार्यक्रम अछि, दिनांक २ अक्टूबरकेँ बाल प्रतियोगिता जाहिमे कमसँ कम ५० विद्यालयक छात्र सम्मिलित होएता। प्रतियोगिता संपन्न भेलाक उपरांत सफल प्रतियोगी सभकेँ पुरस्कृत कयल जायत। दिनांक ३ अक्टूबरकेँ मैथिलीक प्रसिद्ध कलाकार जूली झा एवं सहयोगीक द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमक आयोजन राखल गेल अछि। दिनांक ४ अक्टूबरकेँ हवनक उपरांत नगर भ्रमण कार्यक्रमक संग आयोजन संपन्न होयत।
एहि कार्यक्रम केर सफल बनाबय हेतु ट्रस्टक अध्यक्ष गिरधारी झा, आयोजन समितिक अध्यक्ष रविंद्र झा, संयोजक हेमचंद्र झा, सचिव अमित कुमार झा, ट्रस्टक उपाध्यक्ष द्वय शंकर नाथ झा आ श्याम नंदन झा, धर्मु झा, सजन झा आदिक संग सैकड़ों कार्यकर्ता दिन राति लागल छथि।