तेजस्वी यादव भारत निर्वाचन आयोगक खिलाफ मोर्चा खोलि देलनि अछि। शुक्र दिन महागठबंधनक विभिन्न दलक नेता सभक संग राष्ट्रीय जनता दल कार्यालयमे संवाददाता सभसँ बातचीत करैत तेजस्वी यादव कहलनि कि निर्वाचन आयोग साजिशक तहत बिहार चुनावमे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघक हिसाबसँ मतदाता सभक छंटनी कराबय चाहैत अछि। एहि कारण आयोग बिहार चुनावमे युवा वोटर सभसँ हुनक पिता-माताक नागरिकताक प्रमाण मांगि रहल अछि।
तेजस्वी कहलनि कि राज्य सरकार आ केंद्रक आंकड़ाक आधार पर बिहारमे मैट्रिक करनिहार कतेक कम लोक अछि आ जन्म प्रमाणपत्र वाला कतेक कम लोक अछि। ओ बाढ़िमे सेहो एहेन नागरिकता प्रमाणपत्र बहि जयबाक बात कहि आरोप लगओलथि कि आयोग संघ आ भाजपाक हिसाबसँ काज करैत दलित, पिछड़ा आ अति-पिछड़ा लोकक मताधिकार छीनबाक लेल नागरिकताक प्रमाणपत्र मांगि रहल अछि।
तेजस्वी यादव कहलनि कि लोकतंत्र आ संविधान संग खेलबाड़ भऽ रहल अछि। अहाँ सबकेँ पता होयत जे चुनाव आयोग अचानक विशेष गहन पुनरीक्षण केर घोषणा कएलक अछि। एकर मतलब ई अछि जे फरवरी मासमे जे वोट लिस्ट पब्लिश भेल छल। आब पूरा आठ करोड़क बिहारवासीक वोटर लिस्ट साइड कए देल गेल। आब नया सिरासँ वोटर लिस्ट बनाओल जाएत। सवाल ई उठैत अछि जे चुनावसँ दू महीना पहिने अहाँ ई काज कियैक करैत छी ? आब की ई संभव अछि जे आठ करोड़ लोककेँ 25 दिनक भीतर अहाँ वोटर बना लेब। डोर टू डोर जाएब। एतबे नहि एहेन-एहेन कागजात माँगल गेल अछि जे गरीब लोकक पास नहि अछि।
तेजस्वी यादव कहलथिन कि पीएम मोदी आ सीएम नीतीश कुमार डेरायल छथि। बिहारक स्थितिकेँ देखैत सीएम नीतीश कुमार दिल्ली जाइत छथि आ ओ चाहैत छथि जे गरीब लोकनिक नाम वोटर लिस्टसँ हटा देल जाए। अर्थात् गरीब लोकनिकेँ वोटक अधिकारसँ वंचित करय चाहैत छथि। लालू यादव हमेशा कहैत छथि वोटक राज मतलब छोटक राज। मुदा, मोदी आ नीतीश गरीब आ वंचितक अधिकारकेँ छिनय चाहैत छथि।
आब प्रश्न उठैत अछि कि 22 बरखक बाद विशेष गहन पुनरावलोकनक आवश्यकता कियैक भऽ गेल ? ओहो केवल बिहारमे एना भऽ रहल अछि। तेजस्वी यादव प्रश्न उठेलथि कि जे गहन पुनरावलोकनमे दू बरख लागल छल ओ एहि बेर 25 दिनमे कोना पूरा होयत ? एहिमे साजिशक गंध आबि रहल अछि। एहिमे नीतीश कुमारक हाथ अछि।
बिहारमे आठ करोड़ योग्य मतदाता छथि। तेजस्वी यादव कहलनि जे मानसूनक समय चलि रहल अछि। बिहारक 73 प्रतिशत क्षेत्र बाढ़िसँ प्रभावित रहैत अछि। एखनि प्रश्न उठैत अछि कि लोक अपन जान बचाओत वा चुनाव आयोगकेँ अपन कागज खोजि कऽ देत ? नेता प्रतिपक्ष आरोप लगौलनि जे 90 प्रतिशत बीएलओ लग मतदाता सूची सेहो उपलब्ध नहिं कराओल गेल अछि आ हुनका सभसँ काज शुरू कराओल गेल अछि। ओ कहला जे एनडीए वाला पहिने गरीबक मतदाता सूचीसँ नाम काटत। पहिचान पत्र नहिं बनाओल जायत। फेर गरीबक राशन आ पेंशन बंद करत। वंचित वर्गकेँ छात्रवृत्ति सेहो बंद करबाक योजना अछि। ई लोक आधार आ मनरेगा कार्डकेँ वैध नहिं मानि रहल छथि। हम दावा कऽ रहल छी जे सौ प्रतिशत लोकक आधार कार्ड सेहो नहिं बनल होएत। चुनावे आयोग कहने छेल जे मतदाता आ आधार कार्ड लिंक कराउ। मुदा, आब आधार कार्ड केर मान्यता नहिं देल जा रहल अछि। जखनि लोकसभा चुनाव ओहि मतदाता सूची पर भेल अछि त’ बिहार विधानसभाक चुनाव किएक नै भ’ सकैत अछि ? ई एकदमसँ किएक खत्म कयल जा रहल अछि। तखनि की ओहि सूचीक आधार पर बनल सरकारक वैधता पर प्रश्न नहिं उठैत अछि ?
तेजस्वी यादव कहला जे बिहारमे आठ करोड़ योग्य मतदाता अछि। एहिमे सँ चारि करोड़ छिहत्तर लाख लोकनिक अपन नागरिकता साबित करब आवश्यक अछि। एहिकेँ तीन समूहमे बाँटल जा सकैत अछि। पहिल समूहमे चारि प्रतिशत लोक अछि जे 39 सँ 40 वर्षक आयु केर छथि। एहि लोकनिकेँ अपन नागरिकताक दस्तावेज देल जएबाक अछि। दोसर समूहमे 20 सँ 38 वर्षक लोक छथि। ई 85 प्रतिशत अछि। एहि लोकनिकेँ अपन माता-पिताक नागरिकता साबित करब जरूरी अछि। लगभग 11 प्रतिशत लोक जे 18 सँ 20 वर्षक छथि, हुनका अपन माता-पिता आ अपन नागरिकताक दस्तावेज करब आवश्यक अछि।