देशक वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसदमे केन्द्रीय बजट २०२४ प्रस्तुत कयलनि। बजट प्रस्तुत होइत कांग्रेस चुटकी लेलक। “खुशी अछि जे वित्त मंत्री लोकसभा चुनावक परिणामक बाद २०२४क कांग्रेसक घोषणापत्र पढ़ि लेने छथि। कांग्रेस पार्टी इहो कहलक जे बजट भाषण दिखावा पर बेसी केन्द्रित रहल अछि।
वास्तवमे वित्त मंत्री सीतारमण केंद्रीय बजट-२०२४-२५ मे प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजनाक घोषणा कयने छथि, जेकर तहत युवाकेँ इंटर्नशिपक संग पांच हजार रुपया मासिक भत्ता भेटत।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश कहलनि जे सरकार द्वारा घोषित इंटर्नशिप योजना एहि लोकसभा चुनावक लेल कांग्रेसक घोषणापत्रमे देल गेल प्रशिक्षुताक अधिकारक वादाक अनुरूप अछि, जाहि अन्तर्गत ओ डिप्लोमा आ डिग्री रखनिहार बेरोजगार युवासभकेँ प्रशिक्षणक सङ्ग एक वर्षक लेल ८,५०० रुपैया प्रति महिना देबाक वचन देने छल। कांग्रेस सेहो एहि कार्यक्रमक नाम ‘पहली नौकरी पक्की’ रखने छल।
पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम एक्स पर लिखलनि, “हमरा ई जानि खुशी भेल जे वित्त मंत्री चुनाव परिणामक बाद कांग्रेस लोकसभा २०२४ केर घोषणापत्र पढ़ि लेने छथि। हमरा इहो खुशी अछि जे ओ कांग्रेस घोषणापत्रक पृष्ठ ३० पर उल्लिखित रोजगार संबद्ध प्रोत्साहन (ईएलआई) केँ अपना लेलनि अछि। हमरा इहो खुशी अछि जे ओ कांग्रेसक घोषणापत्रक पृष्ठ ११ पर उल्लिखित प्रत्येक प्रशिक्षुक भत्ताक सङ्ग एकटा प्रशिक्षुता योजना शुरू कयलनि। काश, वित्त मंत्री कांग्रेसक घोषणापत्रक किछु आओर विचारक नकल कयने रहितथि। हम शिघ्र छुटल बिंदु सभक सूची बनायब।”
कांग्रेस मंगलकेँ दावा कयलक जे वित्त मंत्री निर्मला सीतारमणक बजट भाषण दिखावा पर अधिक केंद्रित छल आ केन्द्र सरकार १० सालक इन्कारक बाद स्वीकार कयलक अछि जे बेरोजगारी एकटा राष्ट्रीय संकट अछि जाहि पर तत्काल ध्यान देबाक आवश्यकता अछि।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लोकसभामे २०२४-२५क केन्द्रीय बजट प्रस्तुत करैत कहलनि जे सरकार एक मासक पीएफ (भविष्य निधि) योगदान दऽ कऽ ३० लाख युवाकेँ रोजगारक बजारमे प्रवेश करबाक लेल प्रोत्साहित करत। ओ कहलनि जे प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजनाक अन्तर्गत ५००० रुपैया मासिक भत्ता देल जायत।
रमेश सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कहलखिन, “वित्त मंत्री कांग्रेसक न्याय पत्र-२०२४ सँ सीख लेलनि अछि, जाहिमे हुनकर इंटर्नशिप कार्यक्रम स्पष्ट रूपसँ कांग्रेसक प्रस्तावित प्रशिक्षुता कार्यक्रम पर आधारित अछि, जकरा प्रथम नौकरी पुक्की कहल गेल छल। यद्यपि, अपन चिर परिचित शैलीमे, ई योजना सभ डिप्लोमा धारक आ स्नातकक लेल गारंटीक बदला मनमाना लक्ष्य (एक करोड़ इंटर्नशिप)क सङ्ग सुर्खियां बटोरबाक लेल तैयार कयल गेल अछि।”
ओ दावा कयलनि, “१० सालक इन्कारक बाद एहन बुझाइत अछि जे केन्द्र सरकार अन्ततः चुपचाप स्वीकार करबाक लेल आगू आयल अछि जे पैघ स्तरपर बेरोजगारी एकटा राष्ट्रीय संकट अछि जाहिपर तत्काल ध्यान देबाक आवश्यकता अछि।”
रमेश कहलखिन जे एखन धरि बहुत देर भऽ चुकल अछि आ लगैत अछि जे बजट भाषण डेग उठाबय केर बजाय दिखावा पर अधिक केंद्रित अछि।