स्वास्थ्य

दिल्ली-एनसीआरमे प्रदूषण आ सर्दीक कारण आघातक मामिलामे चालिस प्रतिशतक वृद्धि

नई दिल्ली

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चिकित्सकसभक अनुसार राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्रमे तापमानमे गिरावट आ प्रदूषणक बढ़ैत स्तरक कारण आघातक मामिला ४० प्रतिशत धरि बढ़ि रहल अछि। घना कुहेसक स्थितिक अतिरिक्त, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग बुधदिन उत्तर-पश्चिम भारतक मैदानी क्षेत्रक अधिकांश भागमे न्यूनतम तापमान ७ डिग्री सेल्सियससँ १० डिग्री सेल्सियसक बीच रहबाक भविष्यवाणी कयलक।

फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूटक न्यूरोलॉजी विभागक प्रधान निदेशक डॉ. प्रवीण गुप्ताक अनुसार “एखनि ब्रेन स्ट्रोकमे लगभग ४० प्रतिशतक वृद्धि देखल जा रहल अछि। हम अक्टूबर या सितम्बरक तुलनामे आघातक संख्या लगभग दुगुना स्वीकार कऽ रहल छी। प्रदूषणक सङ्ग ठंढा मौसमक ई स्पष्ट प्रभाव अछि।”

मेदांताक न्यूरोलॉजीक अध्यक्ष डॉ. विनय गोयल कहलनि, “वायु प्रदूषणक सङ्ग ठंढा मौसम दुधारी तलवार जकाँ अछि जे अपेक्षासँ बेसी क्षति पहुँचा सकैत अछि। हम अपन आईसीयूमे आघातक मामिलाक संख्यामे २० प्रतिशतक वृद्धि देखि रहल छी।”

केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) बुधदिन राष्ट्रीय राजधानीमे वायुक गुणवत्ताकेँ ‘बहुत खराब’ बतौलक, जाहिमे समग्र एक्यूआई ३८१ अछि।

आर्टेमिस अस्पतालक न्यूरोलॉजीक निदेशक डॉ. सुमित सिंहक अनुसार, “जाड़क समयमे आघातक खतरा बेसी होइत छैक किएक तँ रक्तचापमे उतार-चढ़ाव होइत छैक आ जे रोगी एहि अवधिमे उच्च रक्तचापकेँ नियंत्रित नहिं करैत छथि ओ आघातक सम्भावना बढ़ा दैत छथि आ प्रदूषणक सङ्ग मिलिकऽ खतरा कतेको गुना बढ़ि जाइत छैक।”

डॉ. गुप्ता कहलनि जे प्रदूषणसँ पर्टिकुलेट मैटर बढ़ैत छैक जाहिसँ ऑक्सीडेटिव प्रतिक्रियाशील प्रजातिक उत्पादन बढ़ैत छैक। ई आगू जा कऽ प्रो-इंफ्लेमेटरी साइटोकिन्सक तरफ लऽ जाइत छैक जाहिसँ शरीरमे सूजन भऽ जाइत अछि आ एंडोथेलियल डिसफंक्शन बढ़ि जाइत छैक।

डा सिंह कहलनि “हम अपन आईसीयूमे आघातक कारण भर्ती होयवला मरीजक संख्यामे वृद्धि देखि रहल छी। जाड़क मौसम पहिनेसँ आघातक खतरा बढ़ेबाक लेल जानल जाइत अछि। जखन ई प्रदूषणक संग घुलि जाइत अछि तखन मामिलाक संख्या कतेको गुना बढ़ि जाइत अछि।”

डॉ. गोयल कहलनि, “एकरा लेल उच्च रक्तचाप, मधुमेह एहेन परिवर्तनीय जोखिम कारक सभपर नियंत्रणक आवश्यकता अछि। धूम्रपान छोड़बाक सङ्ग-सङ्ग प्रदूषणकेँ कम करबाक लेल सब किछु करय पड़त। प्रदूषित वातावरणसँ दूर रहू।”

डॉक्टर सभ घरक भीतर एयर प्यूरीफायरक उपयोग करबाक सलाह सेहो देलनि, प्रदूषित क्षेत्रमे बाहर जयबाक समय फेस मास्क पहिरबाक सलाह देलनि, विशेष रूपसँ भोरमे टहलय काल।

डॉ. सिंह कहलनि, “जाड़क समयमे बहुत रास मुंगफली खयबासँ बचू किएक तँ ई रक्तमे कोलेस्ट्रॉल बढ़ा सकैत अछि, शारीरिक गतिविधि बन्द नहिं करू आ यदि ककरो हृदय या रक्तचापक समस्या अछि तँ डॉक्टरसँ सम्पर्क करब महत्वपूर्ण अछि।”

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