मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान

लोक गायिका सोनी चौधरीक मधुर स्वरमे चहुँदिसि चर्चित भेल ‘मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान’क ‘अभियान गीत’

दरभंगा समदिया
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आकर्षणक केंद्रमे अछि ख्यातिलब्ध गायिका सोनी चौधरीक मिसरी घोरल स्वरमे गाओल ‘अभियान गीत’।

मैथिलीक पारंपरिक गीत-संगीतक पर्याय बनि चुकल मिथिलाक धिया सोनी चौधरी आइ काल्हि विलुप्तिक कगार पर ठाढ़ आठ करोड़ मिथिलावासीक धरोहरि मातृलिपि मिथिलाक्षरकेँ संरक्षित आ संवर्धित करबा लेल चलाओल जा रहल विश्वव्यापी मिथिलाक्षर साक्षरता अभियानक अभियान गीतक सृजन आ एकर मनोहर गायन लेल नहि केवल चर्चाक केंद्रमे छथि अपितु, मैथिली भाषी आम आ खास श्रोताक बीच खूब लोकप्रिय भऽ रहल छथि।

कर्णप्रिय मधुर स्वरसँ सजल सोनी चौधरीक गाओल अभियान गीतक स्वर लहरी मैथिली भाषी लोककेँ अपन धरोहरि मातृलिपि सीखबाक प्रति विशेष रूपसँ आकर्षित आ प्रेरित कऽ रहल अछि।

सोनी चौधरी अपन कठिन परिश्रम, लगन आ जादू भरल मधुर गायकी केर दम पर मैथिली गीत-संगीतक क्षेत्रमे नहि केवल राष्ट्रीय स्तर पर स्वयंकेँ स्थापित कयने छथि अपितु, आइ ओ मैथिलीक पारंपरिक गीत-संगीतक पर्याय बनि चुकल छथि। हालांकि हुनक गायन केर विविध रंग छनि। मुदा, मैथिली लोकगीत, पारंपरिक गीत-संगीत आ विद्यापति गीतक संगहि भक्ति गीतक लेल नहिं सिर्फ बिहारमे, अपितु राष्ट्रीय मंच पर सेहो एकटा दैदीप्यमान नक्षत्रक रूपमे ओ स्वयंकेँ स्थापित कयने छथि।

आइ काल्हि ओ विलुप्तिक कगार पर ठाढ़ मिथिलाक करीब दस करोड़ लोकक मातृलिपि मिथिलाक्षरकेँ संरक्षित आ संवर्धित करबा लेल चलाओल जा रहल विश्वव्यापी मिथिलाक्षर साक्षरता अभियानक ‘अभियान गीत’क रचना आ एकर मनोहर गायिकी लेल नहि केवल चर्चाक केंद्रमे छथि अपितु, मैथिली भाषी आम आ खास श्रोताक बीच खूब लोकप्रिय भऽ रहल छथि।

ध्यातव्य होय जे अपन लेखन आ गायकीमे सोनी चौधरीक जोर विशेष रूपसँ सांस्कृतिक धरोहरि रूपमे भेटल मिथिलाक पारंपरिक गीत-संगीत आ सांस्कृतिक विरासतकेँ सहेजबाक संग नारी सशक्तीकरणकेँ बढ़ावा देबामे बेसी रहैत छनि। संभवतः ईएह कारण अछि जे मिथिलाकक्षर साक्षरता अभियानसँ अपन आत्मजा रचना आ आत्मज कृष्णा संग ‘मिथिलाक्षर प्रवीण’ उपाधि अर्जित केनिहारि मिथिलाक एहि सोन धियाक हुनरकेँ राष्ट्रीय स्तर पर अनेकों सम्मानसँ अलंकृत कयल गेल अछि।

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