प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी यूरोपीय आयोगक अध्यक्ष आ आयुक्तक भारत यात्राकेँ ‘अभूतपूर्व’ बतौलनि। ओ शुक्रदिन कहलनि जे ई यात्रा भारत आ यूरोपीय संघक बीच बहुआयामी साझेदारीकेँ नव ऊँचाइ पर पहुँचाओत।
नई दिल्लीक हैदराबाद हाउसमे यूरोपीय आयोगक अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेनक संग मीडियाकेँ सम्बोधित करैत प्रधानमंत्री मोदी कहलनि, “ई नहिं मात्र यूरोपीय आयोगक भारतक पहिल यात्रा अछि, बल्कि कोनो एकल देशमे यूरोपीय आयोगक पहिल व्यापक सहभागिता सेहो अछि। एकर अतिरिक्त, आयोगक नव कार्यकालमे ई पहिल यात्रामेसँ एक अछि।”
यूरोपीय आयोगक अध्यक्ष यूरोपीय संघ कॉलेज ऑफ कमिश्नरक संग प्रधानमंत्री मोदीक आमंत्रण पर दू दिवसीय भारत यात्राक लेल बृहस्पति दुपहरिया नई दिल्ली पहुँचलाह। ईयू कॉलेज ऑफ कमिश्नरक ई पहिल भारत यात्रा अछि। दिसम्बर २०२४मे कार्यभार सम्हारयवला नव आयुक्तसभक यूरोपसँ बाहर ई पहिल यात्रा सेहो अछि।
मोदी कहलनि, “निवेशक संरक्षण आ जीआई (भौगोलिक संकेत) समझौता सहित निवेश संरचनाकेँ मजबूत करबा पर चर्चा कयल गेल। हम प्रौद्योगिकी आ नवाचारमे एकटा विश्वसनीय आ मजबूत निवेश संरचना पर जोर देलहुँ। हमर साझा प्रतिबद्धतामे अर्धचालक, एआई आ उच्च प्रदर्शन कम्प्यूटिंग सहयोग शामिल अछि।
दुनू पक्ष भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा (आईएमईसी) पर सेहो व्यापक चर्चा कयलक। एकर घोषणा सितम्बर २०२३मे भारतमे आयोजित जी-२० नेतासभक शिखर सम्मेलनक दौरान कयल गेल छल।
आईएमईसीमे दूटा अलग-अलग गलियारा शामिल अछि – पूर्वी गलियारा जे भारतकेँ खाड़ी क्षेत्रसँ जोड़ैत अछि आ उत्तरी गलियारा खाड़ीकेँ यूरोपसँ जोड़ैत अछि। एकर उद्देश्य दक्षता बढ़ायब, लागत कम करब, क्षेत्रीय आपूर्ति श्रृंखलाकेँ सुरक्षित करब, व्यापार आ आर्थिक सहयोगकेँ बढ़ावा देनाइ, रोजगारक सृजन करब आ ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जनकेँ कम केनाइ छैक।
प्रधानमंत्री मोदी कहलनि, “हमरा विश्वास अछि जे आईएमईसी वैश्विक वाणिज्य, सतत विकास आ समृद्धिक लेल प्रेरक शक्तिक रूपमे काज करत। रक्षा आ सुरक्षा मामिलामे हमर बढ़ैत सहयोग आपसी विश्वासकेँ प्रतिबिम्बित करैत अछि। हम साइबर सुरक्षा, समुद्री सुरक्षा, आ आतंकवादक मुकाबलामे सहयोग केर मजबूत करब।