भारतीय सेनाक सूत्रक अनुसार, भारतीय सेना आ चीनी सेना एहि मासक २८-२९ अक्टूबर धरि पूर्ण रूपसँ पाछू हटि जायत। चीनक सङ्ग समझौता पर सेनाक सूत्र कहलनि जे समझौताक रूपरेखा पर पहिने कूटनीतिक स्तर पर सहमति बनल, फेर सैन्य स्तर पर वार्ता भेल। जनतब जे गलवानमे संघर्षक बाद स्थिति खराब भऽ गेल छल। रक्षा अधिकारीलोकनि कहलनि जे पूर्वी लद्दाख सेक्टरक डेमचोक आ देपसांग मैदानमे दूटा टकराव बिन्दुपर भारत आ चीनी सैनिकक वापसी शुरू भऽ गेल अछि। ओ लोकनि कहलनि जे दुनू पक्षक बीच हस्ताक्षरित समझौताक अनुसार, भारतीय सैनिक अपन सामान सम्बन्धित क्षेत्रमे पछिला स्थानपर वापस लऽ जेनाइ शुरू कऽ देलक अछि।
एहिसँ पहिने २१ अक्टूबरकेँ भारत घोषणा कयलक जे ओ पूर्वी लद्दाखमे वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर गश्त करबाक लेल चीनक सङ्ग एकटा समझौता कयलक अछि, जाहिसँ चारि सालसँ बेसी पुरान सैन्य गतिरोध समाप्त भऽ गेल अछि।
२४ अक्टूबरकेँ नई दिल्लीमे आयोजित एकटा कार्यक्रममे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह कहलनि जे दुनू देश समान आ पारस्परिक सुरक्षाक सिद्धान्तक आधार पर “जमीनी स्थिति”केँ बहाल करबाक लेल सर्वसम्मति पर पहुँचल अछि। ओ कहलनि जे एहिमे पारम्परिक क्षेत्रमे गश्त आ चराईक बहाली सम्मिलित अछि। राजनाथ सिंह सम्बन्धमे प्रगतिक श्रेय निरंतर वार्तामे संलग्न होयबाक शक्तिकेँ देलनि कियैक तँ जल्दी वा बादमे समाधान सामने आओत।
ओ दोसर चाणक्य रक्षा वार्तामे मुख्य भाषण दैत कहलनि “भारत आ चीन वास्तविक नियंत्रण रेखाक संग किछु क्षेत्रमे अपन मतभेदकेँ दूर करबाक लेल कूटनीतिक आ सैन्य दुनू स्तरपर वार्तामे लागल अछि। समान आ पारस्परिक सुरक्षाक सिद्धान्तक आधार पर जमीनी स्तर पर स्थितिकेँ बहाल करबाक लेल व्यापक सहमति बनल अछि।