कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे बृहस्पतिकेँ दावा कयलनि जे सय करोड़ भारतीयक लग कोनो अतिरिक्त आय नहि अछि। ओ आरोप लगओलनि जे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीक ‘विकसित भारत’ दृष्टिकोण आम लोकक जेबी खाली कऽ रहल अछि आ चुनिंदा अरबपतिसभक खजाना भरि रहल अछि।
खड़गे कहलनि जे भारत एकटा वैश्विक कर (टैरिफ) युद्ध आ व्यापार बाधाक सामना कऽ रहल अछि आ केन्द्रीय बजटमे कयल गेल घोषणा ‘निराशाजनक’ साबित भेल अछि। लोक ‘दैनिक जरूरत’ पूरा करबामे असमर्थ छथि।
राज्यसभामे प्रतिपक्षक नेता खड़गे ‘एक्स’ पर एकटा पोस्टमे कहलनि, ‘नरेन्द्र मोदी जी, सौ करोड़ भारतीय लग खर्च करबाक लेल कोनो अतिरिक्त आय नहि अछि। हमर सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) केँ 60 प्रतिशत खपत पर निर्भर करैत अछि। मुदा भारतमे मात्र १० प्रतिशत लोक आर्थिक विकास आ उपभोगकेँ बढ़ावा दैत छथि, जखनि कि ९० प्रतिशत लोक बुनियादी दैनिक आवश्यकताकेँ पूरा करबामे असमर्थ छथि।
ओ आगू कहलनि जे भारतमे ५० प्रतिशत मध्यमवर्गीय करदातामे पछिला एक दशकमे वेतनमे वृद्धि नहि देखल गेल अछि। ग्रामीण मजदूरीमे नकारात्मक वृद्धिक सामना करय पड़ि रहल अछि। रूपया मात्र किछु गोटे द्वारा एकत्रित कयल जा रहल अछि आ अहाँक नीति सभ लोकक बीच आय वितरित करबामे विफल रहल अछि।
कांग्रेस अध्यक्ष दावा कयलनि जे पछिला एक दशकमे स्थिर मजदूरी, लगातार मुद्रास्फीति आ घटैत उपभोगक कारण, घरेलू बचत ५० सालक निम्नतम स्तर पर पहुँचि गेल अछि। आय असमानता १०० सालक उच्चतम स्तर पर अछि आ घरेलू ऋण सर्वकालिक उच्च स्तरपर अछि।
खड़गे कहलनि, “हमसभ वैश्विक शुल्क युद्ध आ व्यापार बाधाक सामना कऽ रहल छी। हमर युवाक लेल बेरोजगारी असहनीय भऽ गेल अछि। बजटमे कयल गेल घोषणा निराशाजनक साबित भेल अछि। विकसित भारतक अहाँक दृष्टिकोण आम भारतीयक जेबी खाली कऽ रहल अछि आ चुनिंदा अरबपतिक खजाना भरि रहल अछि।”