विवाह पंचमीक पूर्व सन्ध्या पर मैथिल समन्वय समिति मिथिलावासीकें शुभकामना संदेश दैत कल्याणक कामना कयलनि अछि। अगहन महिना अर्थात मार्ग शीर्ष महिनाक पंचमीक दिन मिथिलाक बेटी जानकीक शुभ परिणयोत्सव अयोध्याक चक्रवर्ती सम्राट दशरथक ज्येष्ठ बालक राम केर संग भेल छल। मिथिलामे एहि तिथिकेँ विवाह-पंचमीक रूपमे अत्यन्त धूमधाम एवम् उत्साहक संग मनाओल जाएत अछि।
मैथिल समन्वय समितिक केन्द्रिय कार्यालयमे विवाह पंचमीक पूर्व सन्ध्या पर समस्त पदाधिकारीगण उपस्थित भऽ अग्रिम शुभकामना संदेश देलनि। समितिक संस्थापक अध्यक्ष प्रेमचन्द्र झा (प्रेमजी) भगवती सीताकें करूणाक साक्षात प्रतिमूर्ति बतौलनि। अपन पति रामक प्रति हिनक पतिव्रत धर्मक निर्वहन नारी-समाजक लेल देल गेल अप्रतिम आदर्शक उदाहरण अन्यत्र कत्तौह नहि देखल जा सकैत अछि।
समितिक अध्यक्ष राजकुमार झा कहलनि जे भगवती जानकीक जीवन चरित्रसँ हमरा लोकनि प्रेरणा प्राप्त करैत तदनुरूप जीवनक सम्पूर्ण गतिविधि सम्पादित करी। सचिव पंकज झा संदेश दैत कहलनि जे जानकी मात्र मिथिलाक बेटीक आदर्श नहि बल्कि समस्त वसुधाक नारी-शक्तिक प्रेरणा-पुंज छथि।
जनतब दी जे प्रत्येक वर्ष जनकपुरमे विवाह पंचमी अत्यन्त हर्षोल्लासक संग मनाओल जाएत अछि। अयोध्यासँ जनकपुरक लेल बारात विभिन्न पारम्परिक परिधानमे सुसज्जित भऽ आयोजनक शोभा वर्द्धित करैत अछि। मिथिलामे बरियातीक स्वागत करबाक विशिष्ट परम्परा प्रचलित अछि।
विवाह पंचमीक पूर्व सन्ध्या पर जयमाधव झा, अंगद चौधरी, भारतेन्दु विमल झा, राकेश कुमार झा, प्रमोद झा, इन्दू झा, आलोक झा, शिवानंद मिश्र समेत अनन्य उपस्थित छलथि।